मेवाड़ के आखिरी दीवान की विदाई, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने दिया पिता की अर्थी को कंधा, उदयपुर की आंखें हुईं नम

Last Updated:March 17, 2025, 14:27 IST
Udaipur News: मेवाड़ राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का रविवार को निधन हो गया. अरविंद सिंह मेवाड़ को उनके बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कंधा दिया और सभी अंतिम संस्कार की रस्मों को पूरा किया. आपको ब…और पढ़ेंX
राज परिवार सदस्य अरविंद सिंह मेवाड
हाइलाइट्स
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने पिता की अर्थी को कंधा दियाअरविंद सिंह मेवाड़ का 80 वर्ष की उम्र में निधनउदयपुर शहर ने उमड़ कर दी श्रद्धांजलि
उदयपुर:- मेवाड़ राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का रविवार को 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास में उनका इलाज चल रहा था. सोमवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए महासतिया ले जाया गया, जहां राजपरिवार के सदस्यों की अंत्येष्टि की जाती है. उन्हें उनके बेटे ने कंधा दिया और इस दौरान पूरा उदयपुर शहर उनकी शव यात्रा के दौरान उमड़ पड़ा.
फिल्मी सितारे, बिजनेसमैन आदि ने दी श्रद्धांजलिआपको बता दें, कि सोमवार सुबह उनकी शव यात्रा सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास से निकाली गई. यह यात्रा बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार और दिल्ली गेट होते हुए महासतिया पहुंची. करीब 5 किलोमीटर तक शव यात्रा पैदल चली, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. बता दें, इस दौरान उन्हें फिल्मी सितारे, बिजनेसमैन, खिलाड़ियों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने श्रद्धांजलि दी.
लक्ष्यराज सिंह ने दिया कंधाआपको बता दें, कि अरविंद सिंह मेवाड़ को उनके बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कंधा दिया और सभी अंतिम संस्कार की रस्मों को पूरा किया. वहीं जब राजपरिवार की पारंपरिक शाही लवाजमें के साथ शव यात्रा निकली, तो उदयपुर शहर उमड़ पड़ा व लोगों ने रास्ते में पुष्प वर्षा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
जानें कौन थे अरविंद सिंह मेवाड़आपको बता दें, कि अरविंद सिंह मेवाड़ का जन्म 13 दिसंबर 1944 को उदयपुर के सिटी पैलेस में हुआ था. वे महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ के पुत्र थे और मेवाड़ राजवंश के 76वें संरक्षक थे. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मेयो कॉलेज, अजमेर से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई उदयपुर के महाराणा भूपाल कॉलेज से की. इसके बाद वे होटल प्रबंधन की पढ़ाई के लिए ब्रिटेन के सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज गए. वहीं दूसरी ओर उन्होंने अपने जीवन में मेवाड़ की संस्कृति और परंपराओं को सहेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे उदयपुर को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में पहचान दिलाने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे. इसके अलावा, वे होटल और पर्यटन क्षेत्र में भी सक्रिय रहे और कई बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हुए. उनके निधन पर भारी संख्या में आए लोगों ने अंतिम विदाई दी.
मेवाड़ की सांस्कृतिक धरोहर को दी नई पहचानअरविंद सिंह मेवाड़ को उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने मेवाड़ की परंपराओं को बड़े स्तर पर पहचान दिलाई और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. 2021 में उन्हें होटलियर इंडिया की ओर से ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था. उनके निधन से मेवाड़ की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने वाले एक बड़े व्यक्तित्व को हमने खो दिया है. उदयपुर और मेवाड़ की जनता उन्हें लंबे समय तक याद रखेगी.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
March 17, 2025, 14:27 IST
homerajasthan
नम हुई उदयपुर की आंखें! लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने दिया पिता की अर्थी को कंधा