Jaipur News: यहां के फूलों बिना नहीं होती मंदिरों में पूजा और घरों में शादियां, 70 साल पुराना हैं यह मार्केट

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 25, 2025, 14:11 IST
Jaipur News: जयपुर के इस छोटे से मार्केट में 30 दुकानें है जहां सुबह से रात तक फूल मालाएं तैयार होती हैं, इस मार्केट में सभी दुकानें सुबह 3 बजे से फूलों की कटिंग का काम शुरू हो जाता हैं तब जाकर पूरे दिन मालाओं …और पढ़ेंX
फूल मार्केट में मालाएं तैयार करता दुकानदार.
जयपुर जितना अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध हैं उतना ही यहां के खूबसूरत मार्केट के लिए प्रसिद्ध हैं. जहां लोग दूर-दूर से सामान खरीदने आते हैं. ऐसे ही जयपुर के चारदीवारी बाजार की छोटी चौपड़ पर स्थित फूल-मालाओं का सबसे बड़ा मार्केट जो 70 साल पुराना हैं. जयपुर का यह एकमात्र मार्केट हैं जहां भारत के हर राज्य से ताजा फूल आते हैं. जिनकी जयपुर के मंदिरों में सबसे ज्यादा डिमांड रहती हैं.
इस अनोखे मार्केट में 50 रूपये से लेकर 5 हजार रूपए तक कि सुंदर मालाएं तैयार की जिसकी सबसे ज्यादा डिमांड रहती हैं. आपको बता दें छोटे से मार्केट में 30 दुकानें है जहां सुबह से रात तक फूल मालाएं तैयार होती हैं. इस मार्केट में सभी दुकानें सुबह 3 बजे से फूलों की कटिंग का काम शुरू हो जाता हैं. जाकर पूरे दिन मालाओं की आपूर्ति होती हैं. यहां वर्षों से दुकान करते आ रहें विष्णु कुमार शर्मा बताते हैं कि पूजा-पाठ हो या शादी-विवाह यहां हर प्रकार के कार्यक्रम के हिसाब से फूलों का काम होता हैं. खासकर त्यौहार के सीजन में फूल मालाओं का कारोबार सबसे ज्यादा होता हैं.
25 प्रकार के फूलों से बनती हैं यहां स्पेशल मालाएंइस मार्केट में मालाएं बनाने के लिए देश के कोने-कोने में प्रसिद्ध सुंदर फूल यहां मंगवाये जाते है और फिर फूलों की मालाएं यहां बनाई जाती है. यहां बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, तमिलनाडु, कोटा, बूंदी,बरेली,दिल्ली, पुष्कर, अजमेर आदि स्थानों से प्रसिद्ध फूल इस छोटी सी फूल मंडी तक पहुंचते हैं. त्यौहार के समय तो यहां फूल-मालाओं के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रहती हैं. इस फूल मालाओं के छोटे से बाजार में स्पेशल ऑडर देकर 20 किलों से लेकर 50 किलों तक के फूलों की मालाएं भी बनाई जाती हैं.
इन फूलों की मालाएं हैं सबसे ज्यादा फेमसमाला तो सभी फूलों की बनती हैं पर कुछ स्पेशल फूल जिनकी बाजार में डिमांड सबसे अधिक रहती है.जैसे गुलाब,गेंदा,मोगरा कुंज चमेली जुही, पेशियल, गुडेल, कमल, नील कमल, चांदनी, कंडीर, टाटारोज, आंकड़े धतूरा, हजारा, आदी फूलों की सुंदर मालाएं बनाई जाती हैं. इन मालाओं की कीमत भी फूल के अनुसार ही होती हैं सामान्य रूप से मालाएं 50 रूपये से 100,200,500 रूपये तक की बिकती हैं.
फूल मालाओं की डिमांड त्यौहार में सबसे ज्यादाफूल से बनी मालाओं का प्रयोग पूजा-पाठ, शादी-विवाह और बड़े बड़े कार्यक्रमों में साज सज्जा के लिए होता है जहां शादी में वरमाला के बगैर शादी अधूरी मानी जाती है वैसे ही किसी अंतिथि के स्वागत में सबसे पहले माला पहनाकर ही उनका स्वागत किया जाता है. मालाओं का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, विष्णु कुमार शर्मा बताते हैं इस मार्केट के फूलों के बिना जयपुर के मंदिरों में पूजा नहीं होती, साथ ही जयपुर के भव्य कार्यक्रमों में यहां सबसे ज्यादा आर्डर आते हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 25, 2025, 14:11 IST
homerajasthan
यहां के फूलों बिना नहीं होती मंदिरों में पूजा, घरों में शादियां, जानें वजह