Rajasthan

इस मंदिर में तपस्वी वेश में अकेले विराजमान हैं भगवान राम, दावा- प्रभु ने यहां ग्रहण की थी शिक्षा

Last Updated:February 27, 2025, 20:41 IST

SIrohi News : माउंट आबू को केवल पर्यटक स्थल ही नहीं बल्कि धार्मिक नगरी के रूप में भी पहचाना जाता है. माउंट आबू के इस मंदिर का इतिहास करीब 5500 साल पुराना बताया जाता है. वर्तमान मंदिर करीब 650 साल पुराना है. माउ…और पढ़ेंX
सर्वेश्वर
सर्वेश्वर रघुनाथ मंदिर, माउंट आबू

हाइलाइट्स

भगवान राम का एकमात्र तपस्वी वेश मंदिर माउंट आबू में है.मंदिर का इतिहास करीब 5500 साल पुराना बताया जाता है.मंदिर में भगवान राम ने ऋषि वशिष्ठ से शिक्षा ग्रहण की थी.

सिरोही : देश में भगवान राम के मंदिरों में हमेशा माता सीता और भाई लक्ष्मण साथ विराजमान होते हैं, लेकिन राजस्थान में भगवान राम का एक अतिप्राचीन मंदिर ऐसा भी है, जहां भगवान राम अकेले तपस्वी वेश में विराजमान है. हम बात कर रहे हैं.

सिरोही जिले के माउंट आबू स्थित सर्वेश्वर रघुनाथ मंदिर की. माउंट आबू को केवल पर्यटक स्थल ही नहीं, बल्कि धार्मिक नगरी के रूप में भी पहचाना जाता है. माउंट आबू के इस मंदिर का इतिहास करीब 5500 साल पुराना बताया जाता है. वर्तमान मंदिर करीब 650 साल पुराना है. माउंट आबू की नक्की झील के किनारे स्थित यह मंदिर भगवान राम के इस रूप में एक मात्र मंदिर है. मंदिर हर साल रामनवमी पर यहां भव्य मेले का आयोजन होता है.

ये है मंदिर का इतिहास मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में पं. रामानंदाचार्य की ओर से करवाया गया था. मंदिर में विराजमान मुख्य प्रतिमा स्वामी रामानंद ने रखी थी. संत कबीर के गुरु रामानंद ने 5वीं शताब्दी पुरानी मूर्ति को एक गुफा में रखा था. जहां से इसे रघुनाथ मंदिर के पूरा होने के बाद उसके मुख्य क्षेत्र में रखा गया था. ये सुंदर मंदिर बाहर से एक महल जैसा दिखता है और प्रवेश द्वार के दोनों तरफ दो निगरानी टॉवर बने हुए हैं.

भगवान राम ने यहां ली थी शिक्षा मंदिर के महंत सियारामदास महाराज ने बताया कि मंदिर में भगवान राम तपस्वी के वेश में विराजमान हैं, उनकी पूजा रामानंद संप्रदाय के साधु ही करते हैं. मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने यहां ऋषि वशिष्ठ से शिक्षा ग्रहण की थी. यह मंदिर रामानंद संप्रदाय की तपसी शाखा का उद्गमपीठ है.

मंदिर परिसर में एक प्राचीन रामकुंड है. इस कुंड का पानी चर्म रोगों से मुक्ति प्रदान करने वाला और मन को शांति प्रदान करने वाला माना जाता है. मान्यता है कि यहां भगवान राम ने स्नान किया था. ऐसे में लोग इसे भगवान राम का प्रसाद ही मानते हैं.


Location :

Sirohi,Rajasthan

First Published :

February 27, 2025, 20:41 IST

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इस मंदिर में तपस्वी वेश में अकेले विराजमान हैं भगवान राम, जानें मान्यता

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