वरदान है भगवान श्री कृष्ण का प्रिय वृक्ष! छाल से यूरिक एसिड…पत्तों से तनाव होगा गायब, जानें एक्सपर्ट की राय

दीक्षा/हल्द्वानी. हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ की बड़ी मान्यता है. हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पीपल को “वृक्षों का राजा” कहते है. गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं-‘अश्वत्थः सर्ववृक्षाणाम’ अर्थात ‘मैं सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष हूं’ इस कथन में भगवान श्री कृष्ण ने अपने आपको पीपल के वृक्ष के समान ही बताया है. वैज्ञानिक दृष्टि से पीपल रात-दिन 24 घंटे ऑक्सीज़न देने वाला एकमात्र पेड़ है.
पीपल के पेड़ में कई औषधीय गुण पाए जाते हुए हैं. इस पेड़ की पत्तियों से लेकर, फल और जड़ तक सभी हिस्से गुणकारी होते है. पीपल का पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पेड़ है. इसमें प्रोटीन, फैट, कैल्शियम, आयरन और मैंग्नीज जैसे कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक पीपल के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. इस पेड़ में मौजूद तत्व यूरिक एसिड की समस्या को कम करने में मदद करते है. साथ ही सांस संबंधी बीमारियां, दाद, सर्दी-जुकाम, खुजली और नकसीर जैसी परेशानियों को दूर करने में कारगर हैं.
यूरिक एसिड को करता है कंट्रोलआयुर्वेदाचार्य शिवानी ने बताया कि नियमित रूप से पीपल के पेड़ की छाल का इस्तेमाल करने से हाई यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. पीपल के पेड़ की छाल में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो हड्डियों में जमा हाई यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं.
ऐसे करें पीपल के छाल का सेवनशिवानी ने बताया कि सबसे पहले पीपल के पेड़ की छाल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. उसके बाद सादे पानी में अच्छी तरह धो लें और इस पानी को सुखा लें.- इसके बाद सूखी हुई छाल को एक गिलास पानी में उबाल लें. करीब 20 मिनट तक उबालने के बाद इसे निकाले और ठंडा होने का इंतजार करें. ठंडा होने पर इस पानी को छानकर अलग कर लें और पीपल की छाल को पीस लें. पेस्ट को सुखाकर पाउडर बना लें और रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में एक चम्मच पाउडर डालकर सेवन करें.
तनाव दूर करने में मदद करता है पीपलशिवानी ने बताया कि पीपल के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये तनाव को दूर करने में मदद करते हैं. अगर किसी को स्ट्रेस की परेशानी है तो पीपल के पत्तों का जूस बनाकर पी सकता है.
Tags: Haldwani news, Health News, Life18, Local18, Uttar Pradesh News Hindi
FIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 18:56 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.