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मुंबई में लोकप्रिय तमिल डिश कोथू परोटा का स्वाद और इतिहास.

Last Updated:October 13, 2025, 03:30 IST

कोथू परोटा की शुरुआत श्रीलंका में हुई थी, जहां इसे बची हुई रोटियों को बर्बाद होने से बचाने के लिए बनाया जाता था. धीरे-धीरे यह तमिलनाडु में भी लोकप्रिय हुआ और खासकर मदुरै का मशहूर व्यंजन बन गया. कंपनी के वर्कर्स के बीच यह बेहद पसंदीदा खाना बन गया, जो आज मुंबई में भी खूब खाया जाता है.

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मुंबई. सपनों का शहर मुंबई वह जगह है जहां लोगों के हर सपने पूरे होते है,  चाहे वो खाने-पीने से जुड़े ही क्यों न हों. यहां हर तरह का खाना मिल जाता है अगर आप किसी सही जगह पर खड़े होकर किसी भी डिश का नाम लें, तो कुछ ही मिनटों में वह डिश आपके सामने परोसी जा सकती है. राजस्थान के प्रसिद्ध चूरमा को तो हर कोई जानता है, जो रोटी को चूर-चूर करके बनाया जाता है.

लेकिन क्या आप उस तमिल डिश के बारे में जानते हैं जो मुंबई में आजकल बेहद लोकप्रिय है. इस डिश का नाम है कोथू परोटा, यह भी चूरमा की तरह बनाई जाती है, लेकिन एक अलग अंदाज़ में यह एक नॉन-वेज डिश है, जिसे तमिलनाडु के साथ-साथ श्रीलंका में भी खूब खाया जाता है. इसका नाम तमिल शब्द ‘कोथू’ से आया है, जिसका मतलब होता है “कटा हुआ” या “कीमा जैसा”. अगर आपने एक बार कोथू परोटा खा ली, तो चूरमा को भूल जाना तय है.

कोथू परोटा बनाने का तरीका

इसे बनाने के लिए एकदम गर्म तवा पर तेल डालकर उसमें बारीक कटी हुई प्याज़, ढेर सारा करी पत्ता, हरी मिर्च और टमाटर डाला जाता है. सभी चीजों को मिलाते हुए थोड़ी सी नमक डालकर पकने दिया जाता है. प्याज़ और बाकी चीजें नरम हो जाने के बाद उसमें 2 अंडे डाले जाते हैं. एक से दो मिनट सभी चीजों को मिलाने के बाद दो रोटियां अच्छी तरह तोड़ कर इसमें डाल दी जाती हैं.

इसमें आम रोटी का इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि इसमें मैदे की रोटी डाली जाती है, जिसे कई जगहों पर लच्छा पराठा भी कहा जाता है. पराठा डालने के तुरंत बाद मसालेदार सूखा चिकन इसमें डालकर कुछ देर भुना जाता है. इसके बाद इसमें चिकन की ग्रेवी को एक मग से भरकर डाल दिया जाता है. इसे तब तक भुना जाता है जब तक रोटियां पूरी तरह से सभी मसाले और ग्रेवी को सोख न लें.

इसकी उत्पत्ति श्रीलंका में हुई थी, बाद में इसे तमिलनाडु में भी खाया जाने लगा. आपको बता दें कि शुरुआती दिनों में इसे बनाने का कारण रात की बची हुई रोटियों को बर्बाद न होने देना था. धीरे-धीरे यह काफी मशहूर होने लगा, कंपनी में काम करने वाले वर्कर्स का यह पसंदीदा खाना बन गया. तमिलनाडु पहुंचने के बाद धीरे-धीरे यह मदुरै और केरल में भी लोकप्रिय हो गया.उस समय यह मदुरै का एक प्रसिद्ध व्यंजन बन चुका था.

Monali Paul

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें

Location :

Mumbai,Maharashtra

First Published :

October 13, 2025, 03:30 IST

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राजस्थान के चूरमा जैसे रोटियों को तोड़ मरोड़ कर बनता है तमिल नाडु का यह डिश

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