Love in ram charit manas urmila lesson pravachan on prem kya hai | शुद्ध प्रेम क्या है, उर्मिला से मिलती है सीख
भोपालPublished: Jun 12, 2023 03:35:58 pm
आज के जमाने में बात तो खूब प्यार की होती है, लेकिन प्रतिकूल परिस्थिति आते ही आज के प्यार के ताने बाने उधड़ जाते हैं, क्योंकि आज अक्सर लोग जिसे प्यार कह देते हैं उसमें शुद्धता, विश्वास की कमी और किन्हीं जरूरतों का लेनदेन देखा जाता है। लेकिन शुद्ध प्रेम क्या है, रामायण इसकी सीख देती है। रामायण में प्रेम की पराकाष्ठा (ऊंचाई) क्या हो सकती है, इसे परंपरा सीरिज के 29 वें एपिसोड में बता रहे हैं गोपालगंज (बिहार) के पं. सर्वेश तिवारी श्रीमुख..
शुद्ध प्रेम क्या है, इस पर रामायण क्या कहती है
रामायण और राम चरित मानस के प्रसंग के आधार पर पं. सर्वेश तिवारी कहते हैं कि वियोग प्रेम के लिए संजीवनी समान होता है। साथ के दिन सहज होते हैं, उल्लास से भरे हुए होते हैं। प्रेम होता है, प्रेम से भरी बातें होती हैं, परिहास भी होता है और सहज मनमुटाव भी होते हैं। दुख आए तो बांट लेने के लिए सबसे विश्वसनीय साथी पास होता है और सबसे महत्वपूर्ण वस्तु होती है प्रिय को सामने देखते रहने की निश्चिन्तता।