महाराणा प्रताप अपने चेतक घोड़े को पहनाते थे हाथी का मुखौटा, जानिए रोचक है किस्सा

उदयपुर. शूर वीरों की धरती राजस्थान और यहां राणा सांगा और महाराणा प्रताप की वीरता के किस्से जन जन जानता है. महाराणा प्रताप ने मुगलों से लोहा लिया था. उनका घोड़ा चेतक भी इतिहास में उतना ही प्रसिद्ध है. राणा प्रताप और चेतक के कई किस्से हैं.
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की वीर गाथाएं इतिहास में मशहूर हैं. उनके युद्ध कौशल और कूटनीति का लोगा मुगलों ने भी माना. इसी रणनीति में से एक है महाराणा प्रताप का अपने घोड़े को हाथी का स्वरूप देना. महाराणा प्रताप जब भी युद्ध पर जाते थे. तब अपने घोड़े चेतक को हाथी की सूंड का मुखौटा पहनाते थे. इससे दुश्मन को यह लगे कि वह हाथी पर युद्ध करने आ रहे हैं.
मुगलों को हराने की ट्रिकइतिहासकार चंद्रशेखर शर्मा ने बताया महाराणा प्रताप ने मुगलों को हराने के लिए कई तरह की रणनीति अपनायी थीं. इन्हीं में से एक रणनीति थी कि वह अपने घोड़े चेतक को हाथी का मुखौटा पहनाते थे. ताकि दुश्मन को लगे कि वह हाथी लेकर युद्ध लड़ने आ रहे हैं. इस रणनीति के कारण मुगलों की सेना पहले से ही भयभीत हो गई थी और महाराणा प्रताप को युद्ध में जीत हासिल करने में मदद मिली.
म्यूजियम में अब भी रखा है ये खास मुखौटाउदयपुर शहर के सिटी पैलेस म्यूजियम में आज भी चेतक घोड़े का ये मुखौटा देखा जा सकता है. इसके साथ ही यहां पर महाराणा प्रताप के युद्ध में प्रयोग किए हथियार भी रखे हैं. महाराणा प्रताप अपने साथ हमेशा दो तलवारें रखते थे. इसके पीछे का कारण यह भी बताया जाता है कि वह अपने दुश्मन को लड़ने का एक मौका अंत में जरूर देते थे. साथ ही वह भाला, तीर कमान भी हमेशा अपने साथ रखते थे.
FIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 17:29 IST