makar sankranti : Govinddevji flew the golden kite patangotsav | राधाजी ने थामी चांदी की चरखी, गोविंददेवजी ने उड़ाई सोने की पतंग
जयपुरPublished: Jan 15, 2024 12:35:20 pm
जन-जन के आराध्य गोविंददेवजी समेत शहर के अधिकांश देवालयों में आज मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है।
जयपुर. जन-जन के आराध्य गोविंददेवजी समेत शहर के अधिकांश देवालयों में आज मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है। इसके साथ ही मंदिरों में आज पतंगोत्सव के आयोजन हो रहे है्ं। इस मौके पर मंदिरों में पतंगों की झांकी सजाई गई है और तिल-गुड़ से बने व्यंजन, गजक, तिल पट्टी, मूंगफली पट्टी, सुखे मेवे का ठाकुरजी को भोग लगाया गया। मकर संक्रांति पर सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में विशेष झांकी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। आराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर में मंगला झांकी के बाद ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया गया, इसके बाद ठाकुरजी को गुलाबी रंग की जामा पोशाक धारण करवाई गई। वहीं ठाकुरजी केा तिल के लड्डुओं और फीणी का भोग लगाया गया। इस मौके पर ठाकुरजी के पतंगों की झांकी सजाई गई, जिसमें ठाकुरजी के हाथ में सोने की पतंग और राधा रानी के हाथ में चांदी की चरखी पकड़े नजर आई। उधर, पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में ठाकुर राधा सरस बिहारी जू सरकार के पतंगों की झांकी के दर्शन हुए। ठाकुरजी के समक्ष रंग-बिरंगी पतंगों की झांकी सजाई गई। इस मौके पर बधाई गान भी हुए। गोनेर रोड स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर में पतंगोत्सव मनाया गया। इस मौके पर ठाकुरजी को गोटे पत्ती की पोशाक धारण करवा कर पतंगों की झांकी सजाई गई। सिरह ड्योढ़ी स्थित मंदिर श्री रामचंद्रजी, चांदनी चौक स्थित मंदिर श्री ब्रजनिधिजी एवं आनंद कृष्ण बिहारी मंदिर में भी पतंगोत्सव मनाया गया।