5,000 रुपये हर महीने SIP में लगाकर बनाएं 2 करोड़ रुपये, जानें कैसे?

नई दिल्ली. पिछले कुछ सालों में निवेशकों ने नए एसेट क्लास और इंवेस्टमेंट टूल्स की खोज की है. भारत में इन दिनों लोगों के बीच शेयर बाजार और वित्तीय निवेश को लेकर जागरूकता बेहतर हुई है. म्यूचुअल फंड्स, ऐसे निवेशकों के लिए अच्छी जगह बनता है, जो पारंपरिक बचत उपकरणों की तुलना में बेहतर रिटर्न चाहते हैं और इसके लिए वो बाजार जोखिम भी नहीं चाहते. म्यूचुअल फंड्स के सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIPs) तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं क्योंकि ये निवेशकों को अत्यधिक लचीलापन और तरलता देते हैं.
ना कपूर, न खान, ना बच्चन का परिवार, जानें कौन है बॉलीवुड की सबसे धनी फैमिली
SIP से करोड़पति कैसे बनेंपारंपरिक निवेश साधनों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट और छोटी बचत योजनाओं की तुलना में, म्यूचुअल फंड्स ने वर्षों से अधिक रिटर्न दिया है. इसके अलावा, SIPs (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) अधिक लचीले होते हैं, जिससे निवेशक अपनी जरूरत के अनुसार निवेश शुरू, रोक या बढ़ा सकते हैं. SIPs के जरिए धन संचय का मुख्य तरीका है जल्दी शुरू करना और लंबे समय तक निवेशित रहना.
मंथली ₹5,000 का मामूली SIP भी 20-25 वर्षों में काफी बढ़ सकता है. यह SIPs को एक उपयुक्त निवेश विकल्प बनाता है जिससे एक बड़ा रिटायरमेंट फंड बनाया जा सकता है. अगर आप ₹2 करोड़ का कॉर्पस बनाना चाहते हैं और हर महीने ₹5,000 का SIP कर रहे हैं, तो आपका पैसा कैसे बढ़ेगा आइये आपको बताते हैं:
लक्ष्य: ₹2 करोड़मासिक SIP: ₹5,000समय: 31 सालनिवेशित राशि: ₹18,60,000अनुमानित रिटर्न: ₹1,80,92,022कुल मूल्य: ₹1,99,52,022
इस प्रकार, ₹5,000 का SIP आपको एक महत्वपूर्ण रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने में मदद कर सकता है, बशर्ते आपके पास कम से कम 30 साल का निवेश समय हो. ‘स्टेप-अप’ SIP जैसी तकनीकों के साथ, यह सपना और भी तेजी से पूरा किया जा सकता है. ‘स्टेप-अप’ सुविधा एक सरल तरीका है जिससे SIP राशि को नियमित अंतराल (जैसे प्रति वर्ष) पर बढ़ाया जा सकता है.
लक्ष्य: ₹2 करोड़मासिक SIP: ₹5,000स्टेप-अप लक्ष्य: 10% वार्षिकसमय: 25 सालनिवेशित राशि: ₹59,00,823अनुमानित रिटर्न: ₹1,54,76,906कुल मूल्य: ₹2,13,77,730
‘स्टेप-अप’ तकनीक का उपयोग करने पर, कुल निवेश राशि लंबे समय में बढ़ जाती है. हालांकि, यह निवेशक को उनके लक्ष्य तक तेजी से पहुंचने में मदद करता है. निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न की गारंटी नहीं होती है.



