The Three-day Festival Concludes With The Completion Of Akhand Parayan – अखंड पारायण की पूर्णाहुति के साथ तीन दिवसीय महोत्सव का समापन

आदर्श नगर राजापार्क स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर में त्रिदिवसीय महामहोत्सव का अखंड पारायण पाठ की पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। श्री कृष्ण प्रणामी पंचायत, श्री छत्रसाल नवयुवक सभा जयपुर की ओर से 12 से 14 सितंबर तक महोत्सव आयोजित किया गया। महोत्सव के समापन के अवसर पर मंगलवार को श्री मुखवाणी चर्चा और पारायता पूर्णाहुति और राधा अष्टमी उत्सव के साथ भंडारे का आयोजन किया गया।

जयपुर। आदर्श नगर राजापार्क स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर में त्रिदिवसीय महामहोत्सव का अखंड पारायण पाठ की पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। श्री कृष्ण प्रणामी पंचायत, श्री छत्रसाल नवयुवक सभा जयपुर की ओर से 12 से 14 सितंबर तक महोत्सव आयोजित किया गया। महोत्सव के समापन के अवसर पर मंगलवार को श्री मुखवाणी चर्चा और पारायता पूर्णाहुति और राधा अष्टमी उत्सव के साथ भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों ने नृत्य एवं रास कार्यक्रम प्रस्तुत करके महोत्सव को परमधाम के स्वरूप का एहसास कराने का प्रयास किया। कार्यक्रम के संयोजक कमल परनामी ने बताया देश-विदेश से पधारे संतों ने प्रवचनों से धर्म सज्जनों को अभिभूत किया। वही पन्ना से पधारे संत देवकरण गांधी ने धर्म में हिंदू एकता की बात करते हुए बच्चों और नवयुवकों को अधिक से अधिक जोडऩे का आह्वान किया। वहीं राधा अष्टमी पर मंदिर परिसर में सुंदरसात से राधा जी के भजनों और बधाई गान का आयोजन किया गया।
शाला संबलन एप का विमोचन 15 को
जयपुर। शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बुधवार को शिक्षा संकुल में शाला संबलन एप का विमोचन करेंगे। विद्यालय निरीक्षण के बाद प्राप्त डाटा के त्वरित विश्लेषण, शैक्षिक प्रक्रियाओं और परीणामों के विश्वसनीय डाटा का संग्रहण करने तथा विद्यालय संबलन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए शाला संबलन एप का निर्माण किया गया है। उल्लेखनीय है कि विद्यालयों के निरीक्षण व संबलन के लिए और शिक्षा गुणवत्ता सुनिश्चित करने के क्रम में शाला संबलन कार्यक्रम पहले से संचालित किया जा रहा है। इसके तहत राज्य, संभाग, जिला तथा ब्लॉक स्तर पर शिक्षा अधिकारियों द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया जाता है तथा उसके बाद एक अवलोकन प्रपत्र की प्रविष्टि शाला दर्पण पोर्टल पर की जाती है। शाला संबलन एप के माध्यम से निरीक्षण प्रक्रिया डिजिटाइज की जाएगी तथा एप के द्वारा प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण कर सम्बंधित विद्यालय को फीडबैक दिया जा सकेगा।