Malala Gets Married In UK, Birmingham, Share Pics On Twitter – मलाला यूसुफजई नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने रचाई शादी

जयपुर। नोबेल पुरस्कार विजेता और लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने वाली मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) शादी के बंधन में बंध गई हैं। यह शादी समारोह यूनाइटेड किंगडम के बर्मिंघम शहर में आयोजित किया गया था, जिसमें दोनों परिवार वाले शामिल हुए। पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ब्रिटेन के बर्मिंघम में एक छोटे समारोह के दौरान शादी की है।

बर्मिंघम में निकाह किया
उन्होंने सोशल मीडिया पर शादी की तस्वीरे पोस्ट करते हुए इस बात की जानकारी दी है। मलाला ने लिखा है कि उन्होंने घर पर ही शादी रचाई है और वह आगे जीवन के लिए उत्साहित हैं। मलाला द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में उनके पति असर, अपने माता-पिता, जियाउद्दीन यूसुफजई और तूर पेकाई यूसुफजई दिखाई दे रहे हैं।मलाला ने शादी की तस्वीरें शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा है, आज मेरी जिंदगी का बेहद अनमोल दिन है। मैं और असर जीवनभर के साथी बन गए हैं। हमने अपने परिवारों की मौजूदगी में बर्मिंघम में निकाह किया। कृप्या हमें आशीर्वाद दीजिए। हम आगे का रास्ता साथ मिलकर तय करने के लिए उत्साहित हैं।
Today marks a precious day in my life.
Asser and I tied the knot to be partners for life. We celebrated a small nikkah ceremony at home in Birmingham with our families. Please send us your prayers. We are excited to walk together for the journey ahead.
📸: @malinfezehai pic.twitter.com/SNRgm3ufWP— Malala (@Malala) November 9, 2021
जून 2020 में उन्होंने ऑक्सुफोर्ड से ग्रेजुएशन किया
पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता यूसुफजई को लड़कियों की शिक्षा के लिए बिना किसी खौफ के आवाज उठाने के लिए स्वात घाटी में 2012 में तालिबानी आतंकवादियों ने उस वक्त गोलियां मारी थीं, जब वह स्कूल से घर लौट रही थीं। उस वक्त उनकी उम्र महज 15 साल थी।
लड़कियों की शिक्षा और अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली मलाला जब अपने साथियों के साथ स्कूल से लौट रही थीं तभी तालिबानी आतंकियों ने उनको गोली मार दी। बेहतर इलाज के लिए यूसुफजई को इंग्लैंड के शहर बर्मिंघम लाया गया था। ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं।
ठीक होने के बाद यूसुफजई ने फिर से स्कूल जाना शुरू किया और जून 2020 में उन्होंने ऑक्सुफोर्ड से ग्रेजुएशन किया। इस दौरान भी वह लड़कियों की शिक्षा और उनकी बेहतरी के लिए आवाज उठाती रहीं। आतंकियों के उन पर किए गए हमले का अंतरराष्ट्रीय स्तर निंदा
17 साल की उम्र में बनी नोबेल पाने वाली सबसे युवा पुरस्कार विजेता
इस हमले के विरोध में दुनिया भर के लोगों ने मलाला का साथ दिया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह तालिबानी हमले को मात देकर दुनिया के सामने महिलाओं की आवाज को बुलंद करने वाली एक युवा महिला बनकर उभरीं।
साल 2014 में मलाला को शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मलाला 17 साल की उम्र में नोबेल पाने वाली सबसे युवा पुरस्कार विजेता हैं। फिलहाल यूसुफजई के शादी की जानकारी मिलने पर लोग उन्हें बधाई और शुभकामना संदेश भेज रहे हैं।