Malnutrition In Children Due To Uncleanliness – National Nutrition Week 2021: पौष्टिक आहार के साथ जरूरी है स्वच्छता की आदत अपनाना
National Nutrition Week 2021: राष्ट्रीय पोषण सप्ताह
National Nutrition Week 2021 /strong>: अशुद्ध पानी पीने, स्वच्छता का ध्यान न रखने एवं गंदे शौचालय के उपयोग से डायरिया का खतरा बढ़ सकता है। कुपोषित व्यक्ति डायरिया के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। डायरिया कुपोषण की स्थिति को और बिगाड़ देता है। पांच साल से छोटे बच्चों में कुपोषण का प्रमुख कारण डायरिया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, स्वच्छता का ध्यान रखकर हर साल दुनियाभर में पांच साल से छोटे करीब तीन लाख बच्चों की मृत्यु को कम किया जा सकता है। इसलिए स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
स्वच्छता से कम होंगे बीमार
- स्वच्छता का ध्यान रखने से डायरिया के जोखिम को कम करने के अलावा अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिलेंगे।
- आंतों के कीड़ों के प्रसार को कम किया जा सकता है।
- कुपोषण की गंभीरता और प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति को बढ़ावा मिलता है। विशेषकर गल्र्स स्कूल में अलग सेनेटरी सुविधाएं बढऩे से उपस्थिति बढ़ी है।
जानें हाथ धोने का सही तरीका
हाथों को कीटाणुमुक्त करने के लिए साबुन से 40-60 सेकंड तक हाथों को रगड़ते हुए साफ करना चाहिए। जानते हैं सही तरीका-
साबुन: सबसे पहले गीले हाथों पर लिक्विड साबुन या अन्य साबुन लेकर अच्छी तरह से रगड़ें।
हाथों के पीछे: हथेली पर साबुन लगाने के बाद पीछे साबुन लगाएं और अंगुलियों के बीच में साबुन से रगड़ें।
मुट्ठी बंद करें: सभी अंगुलियां मिलाकर रगड़ें। हथेली को विपरीत अवस्था में रखते हुए इंटरलॉक करें।
हाथ धोएं: अंगुलियों के बाद अंगूठा रगड़ें। नाखूनों को हथेली पर रगड़कर पानी से हाथ धोएं।
सुखाएं: हाथों को धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह से सुखाना भी जरूरी है। साफ तौलिए से साथ सुखाएं।
कीटाणुमुक्त: हाथों को सुखाने के लिए हैंड ड्रायर का भी प्रयोग कर सकते हैं। कीटाणुमुक्त हो जाएंगे हाथ।
इन तीन बातों का रखें ध्यान
- परिवार में खेल के माध्यम से बच्चों को हाथ धोने का महत्त्व समझाएं।
- पानी को छान कर या उबाल कर पिएं।
- हाथ धोने के सही तरीकों को अपनाएं।
- इस तरह स्कूल में हाइजीन की जांच करें-
- स्कूल में हाथ धोने की पर्याप्त सुविधा है या नहीं।
- साबुन का उपयोग हाथ धोने के लिए किया जाता है या नहीं।
- खाने से पहले साबुन से हाथ धोते हैं या नहीं।
एक्सपर्ट
नरिशिंग स्कूल्स के सर्वे के अनुसार खाने से पहले साबुन से हाथ धोने, लेकिन शौचालय जाने के बाद ऐसा न करने वाले बच्चों में दोनों समय हाथ धोने वालों की तुलना में दस्त की आशंका 16 गुना अधिक होती है। इस खोज से पता चलता है कि खाने से पहले साबुन के उपयोग को नियंत्रित करने पर, शौचालय का उपयोग करने के बाद साबुन का उपयोग करना बच्चे को दस्त होने की संभावना को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”
डॉ. अनंत जानी,
ऑक्सफोर्ड मार्टिन फेलो, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड; विजिटिंग रिसर्चर, हीडलबर्ग इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ
सवाल जवाब
सवाल:- हमें किस समय बच्चों को साबुन से हाथ धोना सिखाना चाहिए?
जवाब:- हमें बच्चों को निम्नलिखित समय पर साबुन से हाथ धोना सिखाना चाहिए:
• खाद्य पदार्थों को पकाने या संभालने से पहले
• खाने से पहले
• खाने के बाद
• बाहर खेलने के बाद
• शौचालय का उपयोग करने के बाद
सवाल:- हम बच्चों को हाथ धोने के महत्व के बारे में कैसे सिखा सकते हैं?
जवाब:- आप उनके साथ “रोगाणु का खेल” खेल सकते हैं ताकि उन्हें यह समझने में मदद मिल सके कि जब हम अपने हाथों को ठीक से नहीं धोते हैं तो रोगाणु कैसे फैलते हैं। आपको बस कुछ ग्लिटर और कुछ क्रीम या तेल की एक बूंद चाहिए। अपनी हथेलियों पर क्रीम या तेल मलें। अब अपने हाथों पर कुछ ग्लिटर छिड़कें। आप देखेंगे कि कैसे चमक वाले कीटाणु’ आपके हाथ के संपर्क में आने से किसी भी वस्तु तक जाते हैं। इस तरह रोगाणु चारों ओर फैलते हैं लेकिन आप उन्हें देख नहीं सकते। अब उन्हें अपने हाथ धोने के लिए कहें और उन्हें दिखाएं कि यह कैसे कीटाणुओं से छुटकारा पाने में मदद करता है, इसलिए हम उन्हें फैलाने से बचते हैं।