भोपालगढ़ की ममता डूडी ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 438वीं रैंक पाई

Last Updated:April 24, 2025, 13:40 IST
UPSC Results 2024: भोपालगढ़ की ममता डूडी ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 438वीं रैंक हासिल की. दादा के सपने को साकार करते हुए ममता ने तीसरे प्रयास में यह सफलता पाई. ग्रामीण क्षेत्र में प्रेरणा बनीं.X
आईएएस में 438वीं रैंक हासिल करने वाली ममता डूडी
जोधपुर. भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के कुड़ी ग्राम पंचायत की सुश्री ममता डूडी ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 438वीं रैंक हासिल की है. ममता की यह सफलता न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे ग्रामीण क्षेत्र के लिए प्रेरणा बन गई है. एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली ममता की प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में ही हुई. ममता ने दादा का ख्वाब साकार करने के लिए आईएएस बनने की ठानी, वहीं अब कड़ी मेहनत से सफलता हासिल कर ली.
भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के कुड़ी ग्राम पंचायत की सुश्री ममता डूडी का तीसरे प्रयास में सिविल सेवा में 438वीं रैंक के साथ चयन हुआ. ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी ममता की प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल में ही हुई. ममता ने बातचीत में बताया कि उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई कुड़ी के सरकारी स्कूल और 11वीं 12वीं सैनी स्कूल भोपालगढ़ से अर्जित की.
दादा के सपने को किया साकारइस बीच स्कूली शिक्षक ने सिविल सेवा के लिए मोटिवेट किया. वहीं, दादा मंगलाराम ने आईएएस की कुर्सी पर बैठने के लिए प्रोत्साहित किया. ममता ने कॉलेज शिक्षा के दौरान ही सिविल सेवा एग्जाम दिया था, जिसके कारण से प्री एग्जाम में ही सफल नहीं हो पाई, लेकिन उसने हार नहीं मानी. फिर दूसरा प्रयास किया तो सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा तक ही उत्तीर्ण हो पाई. ऐसे में सिविल सेवा के साथ ही शिक्षक भर्ती परीक्षा की भी तैयारी शुरू कर दी. साल 2023 से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बंदड़ा (भोपालगढ़) में तृतीय श्रेणी शिक्षक पद पर नियुक्त हुई. ममता ने बातचीत करते हुए बताया कि कम समय में ऑनलाइन स्टडी करने से सफलता मिलती है. पढ़ाई के साथ एक कोई जॉब होनी चाहिए ताकि डिप्रेशन से बचा जा सके.
तीसरे प्रयास में मिली बड़ी सफलताअब सिविल सेवा एग्जाम के तीसरे प्रयास में 438वीं रैंक के साथ चयन हुआ है. ममता खुद की सफलता का श्रेय पिता गिविंदराम डूडी, माता मीरा देवी और दादा मंगलाराम के संबल और मार्गदर्शन को देती है. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का ममता को बधाइयां देने का तांता लग गया.
निरंतर प्रयास से जरूर मिलती सफलताममता की कहानी यह सिद्ध करती है कि मजबूत इच्छाशक्ति, निरंतर प्रयास और पारिवारिक सहयोग से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है. अब वह आने वाले समय में समाज की सेवा करने और देशहित में कार्य करने को तैयार है.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 24, 2025, 13:40 IST
homecareer
पोती ने पूरा किया दादा का सपना, UPSC में हासिल की 438वीं रैंक