married women will break their fast by offering Arghya to the moon | Sakat Chauth 2024:, सुहागिनें चांद को अर्घ्य देकर खोलेंगी व्रत, आपके शहर में कब होगा दीदार? नोट करें सही समय

जयपुरPublished: Jan 29, 2024 01:00:59 pm
चौथ माता व गणेशजी मंदिरों में सुबह से ही दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मंदिरों में तिल के लड्डू व गजक आदि का भोग लगाया जा रहा है। चौथ माता व गणेश जी की कथा सुनी जा रही है। सुहागिन महिलाएं रात को चांद को अर्घ्य देकर ही अपना व्रत खोलेंगी। इस दौरान पति की लंबी उम्र व घर में सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी।
चौथ माता मंदिर गोपाल जी का रास्ता जयपुर
जयपुर। माघ कृष्ण चतुर्थी पर आज नए साल की पहली संकष्टी चतुर्थी यानी तिलकुटा चौथ मनाई जा रही है। माघ माह की चतुर्थी को संकट चौथ, तिलकुटा चौथ, संकष्टी चतुर्थी, माघी चौथ, तिलचौथ नाम से भी जाना जाता है। राजधानी जयपुर के चौथ माता व गणेशजी मंदिरों में सुबह से ही दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मंदिरों में तिल के लड्डू व गजक आदि का भोग लगाया जा रहा है। चौथ माता व गणेश जी की कथा सुनी जा रही है। सुहागिन महिलाएं रात को चांद को अर्घ्य देकर ही अपना व्रत खोलेंगी। इस दौरान पति की लंबी उम्र व घर में सुख—समृद्धि की कामना की जाएगी।
चन्द्रोदय व सूर्योदय दोनों ही चतुर्थी तिथि पर
ज्योतिषाचार्य पं. नरेश शर्मा ने बताया कि तिलकुटा चौथ पर चन्द्रोदय व सूर्योदय दोनों ही चतुर्थी तिथि पर हो रहे हैं। वहीं इस दिन पूर्वा फाल्गुनी व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्रों के साथ शोभन योग का संयोग रहेगा। जो व्रत करने वाली सौभाग्यवतियों के लिए सुख—समृद्धि लेकर आएगा। पति की दीर्घायु की कामना के लिए महिलाएं शिव परिवार सहित चंद्रदेव की पूजा करेंगी।