सार्थक पहल: पेड़ों को भाई मानकर राखी बांध रही हैं महिलाएं, वृक्षाबंधन के जरिए पर्यावरण बचाने का संकल्प
कोटा (राज.). रक्षाबंधन का पर्व भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है, लेकिन कोटा शहर में इस पर्व को पर्यावरण संरक्षण के एक नए आयाम के रूप में मनाया जा रहा है. अग्रवाल फ्रेंड्स क्लब की महिला सदस्यों ने वृक्षों को राखी बांधकर “वृक्षाबंधन” मनाया और पेड़-पौधों को अपना भाई मानते हुए उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया.
संस्था की चेयरपर्सन सीमा गोयल और महिला सचिव श्रेया गुप्ता ने बताया कि राखी को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है, लेकिन पर्यावरण के प्रति हमारा भी दायित्व है. इसी विचार से प्रेरित होकर उन्होंने पेड़-पौधों को राखी बांधते हुए उनकी सुरक्षा और संरक्षण का संकल्प लिया.
वृक्षों की दीर्घायु की कामना की संस्था की संरक्षिका सुनीता गोयल, किरण गोयल, और किरण अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा, लेकिन कोटा की अग्रवाल फ्रेंड्स क्लब की महिला सदस्यों ने पहले ही वृक्षों को राखी बांधकर उनका तिलक किया और मिठाई के रूप में उनके पोषण के लिए प्राकृतिक खाद अर्पित की. उन्होंने वृक्षों की दीर्घायु की कामना की और कहा कि वृक्ष हमें प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, जो हमारे जीवन के लिए अनिवार्य है.
इस प्रेरणादायक मुहिम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. क्लब की महिला सदस्य व्हाट्सऐप ग्रुप्स के माध्यम से भी वृक्षारोपण का संदेश फैला रही हैं. वे पेड़ों को राखी बांधकर, तिलक करके, और उनकी जड़ों में प्राकृतिक खाद डालकर यह संदेश दे रही हैं कि रक्षाबंधन की पवित्र भावना को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना समय की आवश्यकता है.
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FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 14:20 IST