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पाली . जिन सांपों से आमजन डर कर भागने लगते है उन्हीं सांपों को सर्पमित्र रमेश नायक रेस्क्यू करने का काम करते है. रमेश अब तक विभिन्न प्रजातियों के हजारों सांपों का रेस्क्यू कर चुके हैं. सबसे हैरत की बात है कि रेस्क्यू किए जाने वाले सांपों में अधिकतर बेहद जहरीले सांप हैं. यहां तक कि रमेश घायल सांपों को ईलाज के बाद अपने घर ले जाते हैं और उनकी देखभाल करते है. पूर्ण रूप से ठीक होने के बाद सांपों को जंगल में छोड़ आते है. रमेश यह पूरा काम निःशुल्क और बिना स्वार्थ के करते हैं. हॉल ही में कुछ दिन पहले रमेश कोबरा सांप को रेस्क्यू कर वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर ले गए जहां चिकित्सकों ने कोबरा को टांका लगाकर उपचार किया.
एक फोन पर रेस्क्यू करने पहुंच जाते है सर्प मित्र रमेशबीकानेर जिले के कोलायत तहसील खिदासर गांव के एक किसान का फोन आने पर रमेश नायक बुगडी से 45 किलोमीटर दूर खिंदासर गांव सांप रेस्क्यू करने पहुंचे. मौके पर वहां एक किसान और आ पहुंचा और रमेश से खेत के पानी के कुएं में गिरे हुए सांप के रेस्क्यू करने के लिए कहा. सांप को गिरे हुए तीन महीने से अधिक हो गए थे. रस्सी के सहारे कुएं के अंदर उतरकर रमेश ने सांप को बाहर निकाला. कोबरा सांप बुरी तरह से घायल था जिसे फलोदी रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया. यहां डॉ.भागीरथ सोनी ने सांप को 9 टांके लगाकर और आवश्यक इंजेक्शन देकर उपचार किया.
जरूरत पड़ने पर घर पर सांप की करते है देखभालसर्प मित्र रमेश नायक घायल सांपों को ईलाज के बाद घर ले जाते हैं और उनकी देखभाल करते हैं. सांप को दूध पिलाते है और पूरा स्वस्थ्य होने के बाद सांप को जंगल में छोड़ आते है. सांपों के प्रति उनके प्रेम और लगाव को देखकर हर कोई हैरत हो जाता है. रमेश ने बताया कि मेरे घर पर एक सांप है जिसका पिछले सात दिनों से उपचार कर रहा हूं. कोबरा सांप पांच महीने से ज्यादा टंकी में पानी के अंदर रह गया था. सात दिन पहले सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर सांप को पानी के टंकी में से रेस्क्यू किया. निकालते समय सांप बहुत ज्यादा घायल था. पानी में पांच महीने रहने से सांप की उपरी चमड़ी उधड़ गई थी.
पांच सालों में हजारो सांप कर चुके रेस्क्यू24 वर्षीय रमेश नायक ने आठवी तक पढ़ाई की है. आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी और करीब पांच सालों से सांपों को रेस्क्यू करने का काम करते हैं. रमेश नायक ने बताया कि वे रेस्क्यू करने की कोई फीस नहीं लेते हैं. पांच सालों में लगभग सात हजार सांपों को रेस्क्यू किया है.
विभिन्न प्रजातियों के सांपों की बचा चुके जानफलोदी, जोधपुर, नागौर व बिकानेर जिले के कई गांवों से रमेश नायक ने सांपों को रेस्क्यू किया है. यह जिले बुगड़ी के सीमा क्षेत्र से लगते हैं जिनकी सीमा बुगडी़ से लगभग 100 किलोमीटर दूर है. कोबरा, वाइपर सहित कई प्रजातियों के जहरीले सांपों को रमेश नायक ने रेस्क्यू किया है.
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FIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 23:16 IST