
निराला@समाज जयपुर। इंसाफ की डगर पर बच्चों दिखाओं चलके यह देश है तुम्हारा नेता तुम्ही हो कल के,कुछ ऐसा ही अंदाज देश में पहली बार देखने को मिलेगा राजस्थान विधानसभा में रविवार,14 नवम्बर को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती बाल दिवस पर।

बाल दिवस पर बाल विधानसभा सत्र का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ करेंगे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला,विधानसभा अध्यक्ष डा.सी.पी.जोशी देगें स्वागत भाषण और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया भी विधानसभा के बाल सत्र को संबोधित करेंगे और अंत में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के प्रदेश सचिव विधायक संयम लोढा आभार ज्ञापित करेंगे।
देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के तहत हो रहे इस निराले आयोजन की शुरूआत वंदे मातरम् एवं समापन राष्ट्रगान के साथ होगा।

देश में पहली बार आयोजित किए जा रहे इस अनूठे आयोजन में करीब विधानसभा की सीटों के अनुरूप कक्षा 6 से12 तक के 200 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। इस बाल विधानसभा सत्र की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
बाल विधानसभा सत्र में बाल विधानसभा अध्यक्ष, बाल मुख्यमंत्री, केबिनेट, हां पक्ष,ना पक्ष की भूमिका बच्चों द्वारा ही निभाई जाएंगी। इनका चयन प्रतिभा के अनुसार किया जाएगा। प्रश्रकाल भी होगा और शून्य काल भी होगा। हंगामा भी होगा,बाल मंत्रियों के सवाल से असंतुष्ट होने पर ना पक्ष के बाल विधायकों की और से वैल में धरना भी दिया जा सकता है और विधानसभा सत्र का कुछ समय के लिए बायकाट भी किया जा सकता है। समयानुसार देश के कर्णधारों द्वारा विधानसभा का सत्र चलेगा।

विधानसभा अध्यक्ष डा. सी.पी.जोशी के प्रयास से आयोजित इस बाल विधानसभा के निराले बाल स्वरूप को अमलीजामा पहनाने के लिए विधानसभा के मुख्य सचेतम महेश जोशी भी पूरी तरह तैयारियों में जुटे हैं।
बच्चों की राजनीतिक समझ का सम्मान हो इसी के मद्देनजर 25 दिसम्बर 20 को डा.सी.पी.जोशी के दिमाग में डिजीटल बाल मेला के दौरान विजेता बच्चों से मिलने पर बाल विधानसभा सत्र आयोजित करने का मानस दिमाग में आया था जिसे अमृत महोत्सव के तहत साकार कर रहे हैं।