Rajasthan

The patient will get medicine on the bed | मरीज को बेड पर मिलेगी दवा,लापरवाही हुई तो यूनिट हैड पर गिरेगी गाज

एसएमएस अस्पताल सहित सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था सुधारने के लिए चिकित्सा मंत्री ने प्रशासन को दिया फ्री हैंड

जयपुर

Updated: April 15, 2022 04:10:06 pm

जयपुर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं और योजनाओं को लेकर किए जाने वाले दावों की पोल उन्हीं के सामने खुल जाने के बाद शुक्रवार को चिकित्सा मंत्री प्रसादी लाल मीणा ने एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण लिया और प्रशासनिक अधिकारियों और अस्पताल अधिकारियों की करीब दो घन्टे से अधिक समय तक बैठक लेकर अस्पताल में फैल रही अवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि अब मरीज के बेड तक दवा पहुंचेगी।
अस्पताल में भर्ती मरीज को अब दवा की पर्ची नहीं दी जाएगी और परिजनों को दवा स्टोर के चक्कर नहीं लगाने होने। अब नई व्यवस्था के तहत अस्पताल के वार्ड इंचार्ज की जिम्मेदारी मरीज तक दवा पहुंचाने की होगी। अगर इसमें कोई लापरवाही हुई या कोताही बरती गई तो यूनिट हेड पर कार्रवाई होगी। मंत्री ने कहा की व्यवस्था सुधारने के लिए प्रमुख सचिव वैभव गालरिया को जिम्मेदारी दी गई है। व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन को फ्री हैंड दिया है। परशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिसको रखना है रखिए,जिसको हटाना है हटाओ, लेकिन कैसे भी कर व्यवस्था में सुधार करें। बैठक में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनय मल्होत्रा सहित अन्य डॉक्टर्स व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

SMS Hospital

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वार्ड में किया विजिट तो मरीज व परिजनों ने की शिकायत
मीटिंग के बाद चिकित्सा मंत्री प्रसादी लाल ने ट्रॉमा सेंटर में वार्ड में जाकर मरीजों से उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान मरीजों और उनके परिजनों ने मंत्री को शिकायत भी की। जिसमें किसी मरीज ने ड्रेसिंग नहीं होने,अस्पताल के डॉक्टर्स के नहीं संभालने,समय पर इलाज नहीं मिलने और वार्ड में चिकित्सा कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर शिकायत की। जिसके बाद मंत्री ने तुरंत ही चिकित्सकों को बुलाकर मरीजों की समस्याओं को दूर करने के लिए कहा।
आपको बता दे कि गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसएमएस ट्रोमा सेंटर विज़िट किया था। जहां गहलोत के सामने अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के परिजनों ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा चिट्ठा खोलकर रख दिया। परिजनों ने प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में दवा, जांच और अन्य सुविधाओं के नाम पर चल रही अव्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। किसी ने बताया कि अस्पताल में दवाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो किसी ने सरकारी अस्पताल के ‘बाहरी कनेक्शन’ का भी ज़िक्र कर दिया। यहां तक की चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना तक में दवा और जांच का लाभ नहीं मिलने की शिकायत की और बाहर से दवा और जांच की शिकायत की थी

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