mini press for printing fake notes exposed police recovered fake notes worth Rs 7 lakh-किराए के कमरे में घुसे रहते थे 2 युवक, 500 के नोट की गड्डियां लेकर निकलते थे बाहर, अंदर झांक पुलिस का घूमा दिमाग

Last Updated:April 30, 2025, 10:28 IST
Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर में दो युवक किराए के कमरे में घुसे रहते थे. जब भी बाहर आते तो 500 के नोट की गड्डियां साथ रखते और खूब खर्च करते थे. अचानक पुलिस ने उनके कमरे में जाकर देखा, तो राज खुल गया.
नकली नोट छापने वाले गिरफ्तार.
हाइलाइट्स
दुकान के नाम पर लिया था किराए का कमरा.प्रिंटर में छापते थे 500 के नकली नोट.7.50 लाख रुपये की जारी करेंसी बरामद.
जोधपुरः राजस्थान के जोधपुर से हैरान करने वाली खबर है. यहां दो युवक दिनभर एक किराए के कमरे में घुसे रहते थे. जब भी बाहर निकलते तो उनके जेब में अक्सर 500 को नोट की गड्डियां होतीं. मार्केट में घूमते समय वो सिर्फ कैश रुपए ही खर्च करते थे. उनका ये स्टाइल देखकर हरकोई दंग रह जाता. पुलिस को जैसे ही इस बात की भनक लगी, तो उन पर नजर रखना शुरू कर दिया. जब कमरे के अंदर झांक कर देखा तो पुलिस का दिमाग घूम गया. दोनों को गिरफ्तार किया गया.
जोधपुर आयुक्तालय पूर्व की डीएसटी टीम ने मंडोर कृषि मंडी में बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने के कारखाने का पर्दाफाश करते हुए करीब 7.50 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए. डीएसटी टीम के प्रभारी श्याम सिंह ने कारवाई की सूचना डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव को दी गई तो वे भी मोके पर पहुंचे और पूरी कारवाई को अंजाम दिया गया. डीसीपी श्रीवास्तव ने बताया कि डीएसटी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मंडोर मंडी इलाके में नकली नोटों की छपाई और वितरण का काम चल रहा है.
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कमरे के अंदर घुसी पुलिसपुलिस ने इस मामले में आरोपियों पर नजर रखनी शुरू की. दोनों ने कृषि मंडी के ऊपर किराए का कमरा ले रखा था. जैसे ही पुलिस की टीम कृषि मंडी स्थित ऑफिस पहुंची, तो वहां पर श्रवण व्यास और बाबूलाल प्रजापत जो कि नागौर निवासी थे. वे मौके पर नकली नोट छापने का काम कर रहे थे. पुलिस ने छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली नोट, एक प्रिंटर, कम्प्यूटर और नोट छापने में उपयोग होने वाला अन्य सामान भी बरामद करते हुए दोनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया.
प्रिंटर की मदद से किया कांडडीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि नकली नोटों के गिरोह के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा. बरामद उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है और आरोपी से पूछताछ के आधार पर अन्य लोगों की भी तलाश की जाएगी. इस पूरे गिरोह में कौन कौन लोग शामिल हैं उनके बारे में भी पूछताछ में पता लगाया जा रहा है. डीएसटी के प्रभारी श्यामसिंह विश्नोई ने बताया कि लम्बे समय से सूचना मिल रही थी कि कृषि मंडी में कुछ लोगों के पास काम नहीं होने के बावजूद बडी मात्रा में रूपए हैं. जिसके बाद उनकी जांच की गई.
भोले भाले किसानों दिया जाता था पेमेंटसूत्रों के हवाले से मिली जानकारी अनुसार, नकली नोट बनाकर व्यापारियों के जरिए कृषि उपज मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों को या नोट पेमेंट के रूप में दिए जाने लगे थे. इसके अलावा पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आज तक इन्होंने कितने नोट नकली छापे हैं और उन्हें कहां-कहां सप्लाई किया है? नकली नोटों की यह खेप के बाद पुलिस के कई अधिकारी मंडोर मंडी पहुंचे प्राप्त जानकारी के अनुसार जोधपुर में इतिहास में संभव है.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 30, 2025, 10:28 IST
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किराए के कमरे में घुसे रहते थे 2 युवक, 500 के नोट की गड्डियां लेकर आते थे बाहर