‘मंत्री की ना सुने इतना अफसरों में दम नहीं’, आखिर क्यों बरसे भजनलाल शर्मा के वजीर झाबर सिंह खर्रा

Last Updated:December 09, 2025, 16:45 IST
Jaipur News : राजस्थान के नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आरोपों का बड़े तल्ख शब्दों में करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसा किसी भी अधिकारी में दम नहीं है कि वह मंत्री बात न सुने. इसके साथ ही खर्रा ने पंचायत-निकाय चुनाव को लेकर भी कांग्रेस की मंशा पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर जमकर बरसे.
जयपुर. राजस्थान में सत्तारूढ़ बीजेपी की भजनलाल सरकार के नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के इस आरोप कि सरकार में अधिकारी मंत्रियों की नहीं सुनते पर पलटवार करते हुए कहा कि सभी अधिकारी मंत्री की सुनते हैं. ऐसा किसी भी अधिकारी में दम नहीं है कि वह उनकी बात न सुने. खर्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चाहती है ओबीसी की रिपोर्ट के बिना ही पंचायत-निकाय चुनाव हो जाएं. उन्होंने जोर देकर कहा कि ओबीसी की रिपोर्ट आने के बाद ही पंचायत और निकाय चुनाव होंगे.
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि करीब 150 कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनवाई में आई हैं. उन्होंने कहा कि सभी समस्याएं पूरी सुनने के बाद ही वे पार्टी कार्यालय से जाएंगे. कांग्रेस की ओर से सरकार पर निकाय-पंचायत चुनाव नहीं कराने के लगाए जा रहे आरोपों पर मंत्री खर्रा ने कहा कि कांग्रेस की मंशा दूसरी है.
राजस्थानभर के सभी निकायों में फॉलोअप शिविर लगाए जाएंगेबकौल खर्रा कांग्रेस चाहती है कि बिना ओबीसी आयोग की रिपोर्ट और आरक्षण के निकाय और पंचायत चुनाव कराए जाएं. लेकिन ऐसा होगा नहीं. राजस्थान सरकार कोर्ट के आदेशानुसार ओबीसी आयोग की रिपोर्ट आने के बाद उसके अनुरूप ओबीसी का आरक्षण तय करेगी और फिर चुनाव कराए जाएंगे. शहरी सेवा शिविर में लोगों को राहत नहीं मिलने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि जल्द ही सरकार राजस्थानभर के सभी निकायों में फॉलोअप शिविर लगाने जा रही है.
लापरवाह अधिकारियों और संबंधित आर्किटेक्ट पर कार्रवाई होगीखर्रा ने बताया कि इनमें शहरी सेवा शिविर में आए प्रत्येक आवेदन का निस्तारण करना अधिकारियों के लिए अनिवार्य होगा. कोई भी अधिकारी बिना कारण बताए किसी भी आवेदन को लंबित नहीं रख सकेगा. उन्होंने राजधानी जयपुर के मालवीय नगर में झुकी बिल्डिंग को पहले जेडीए की ओर से अवैध रूप से बनने देने और बाद में ढहाने की कार्रवाई पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बिल्डिंग को मंजूरी देने वाले नगर निगम के अधिकारियों और संबंधित आर्किटेक्ट पर कार्रवाई होगी. झाबर सिंह खर्रा बीते कई दिनों से कांग्रेस के आरोपों पर तल्ख तेवर अपनाए हुए हैं. झाबर सिंह खर्रा और गोविंद सिंह डोटासरा एक ही जिले सीकर से आते हैं.
About the AuthorSandeep Rathore
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
December 09, 2025, 16:45 IST
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‘मंत्री की ना सुने इतना अफसरों में दम नहीं’, आखिर क्यों बरसे झाबर सिंह खर्रा



