Mixed Farming: टमाटर की खास किस्म देता है ताजगी की गारंटी, बिना कोल्ड स्टोरेज के लंबे समय तक रहेगा बरकरार, सब्जी के साथ फूल की खेती

Last Updated:March 17, 2025, 17:33 IST
Mixed Farming: इस किस्म के टमाटर की खेती की वजह इसका बड़ा साइज और टमाटर के ऊपरी हिस्से की मोटी परत है. इसकी जनवरी में शुरुआत की जाती है. दिसम्बर-जनवरी में बुवाई के बाद मार्च अप्रैल में तुड़ाई होती है. अब तक तपो…और पढ़ेंX
तपोवन में हो रही एनएस 501 किस्म के टमाटर की खेती
हाइलाइट्स
नामधारी 501 टमाटर बिना कोल्ड स्टोरेज के रहते हैं 15 दिन तक ताजेटमाटर की बुवाई दिसंबर-जनवरी में और तुड़ाई मार्च-अप्रैल में होती हैमिक्स फार्मिंग और मल्चिंग तकनीक से टमाटर और गेंदे की खेती हो रही है
सिरोही. जिले के दो तहसीलों में टमाटर की सबसे ज्यादा खेती होती है, लेकिन स्टोरेज की कमी के कारण किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पाता. इस समस्या को देखते हुए, जिले के आबू की पहाड़ियों की तलहटी में आमथला गांव के पास तपोवन में एक खास किस्म के टमाटर की खेती की जा रही है, जो बिना कोल्ड स्टोरेज के भी एक से दो सप्ताह तक खराब नहीं होते. अगर किसान इस किस्म की खेती करें, तो वे अपनी फसल को दूर की मंडियों में भी अच्छे दाम पर बेच सकते हैं। हम बात कर रहे हैं नामधारी 501 टमाटर की.
दिसंबर-जनवरी में होती है बुवाईतपोवन में ब्रह्माकुमारी संस्थान की पहल से इस किस्म की जैविक तरीके से खेती हो रही है. यहां खेती कर रहे संस्थान के बीके शरत भाई ने लोकल 18 को बताया कि इस किस्म के टमाटर का बड़ा साइज और मोटी परत इसकी खासियत है. इसकी बुवाई दिसंबर-जनवरी में होती है और तुड़ाई मार्च-अप्रैल में होती है. अब तक तपोवन में डेढ़ सौ से दो सौ कैरेट टमाटर निकाले जा चुके हैं और तुड़ाई का काम अभी जारी है.
पंद्रह दिन तक नहीं होते टमाटर खराब नामधारी 501 किस्म के टमाटर सामान्य टमाटर से साइज में बड़े और स्वाद में मीठे होते हैं. तुड़ाई के बाद भी, बिना कोल्ड स्टोरेज के, ये एक सप्ताह से पंद्रह दिन तक सामान्य तापमान में खराब नहीं होते. फ्रीज या कोल्ड स्टोरेज में रखने पर ये और ज्यादा दिन तक ताजे रहते हैं. साइज बड़ा होने से इनकी डिमांड भी ज्यादा होती है और खराब होने की आशंका कम होने से उपज भी ज्यादा होती है. हर साल इसी बीज के टमाटर की खेती यहां की जाती है. सामान्यत: टमाटर की खेती 3 महीने की होती है, लेकिन यहां 6 से 8 महीने तक टमाटर की उपज मिलती है.
टमाटर के साथ गेंदे की भी खेतीमिक्स फार्मिंग और मल्चिंग तकनीक से खेती तपोवन में टमाटर की मिक्स फार्मिंग और मल्चिंग तकनीक से खेती की जा रही है. इसमें टमाटर के साथ गेंदे की भी खेती हो रही है, जिससे टमाटर में कई प्रकार के खतरनाक कीट नहीं लगते. वहीं, मल्चिंग तकनीक से अनावश्यक नमी नहीं होने से फसल का खरपतवार से बचाव होता है.
Location :
Sirohi,Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 17, 2025, 17:33 IST
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टमाटर की ये खास किस्म नहीं होगी खराब, बिना कोल्ड स्टोरेज के लंबे समय तक फ्रेश