उदयपुर में मियावाकी तकनीक से बन रहा है मिनी जंगल, शहरी प्रदूषण से बचने का अनोखा तरीका!

Last Updated:April 27, 2025, 16:52 IST
उदयपुर के मोहता पार्क में मियावाकी तकनीक से विकसित मिनी जंगल, शहरीकरण के बीच हरियाली लौटाने का अनूठा प्रयास है. यह तकनीक स्थानीय प्रजातियों का संरक्षण करते हुए पर्यावरण को शुद्ध करती है और शहरवासियों को स्वच्छ …और पढ़ेंX
मियावाकी जंगल
हाइलाइट्स
उदयपुर में मियावाकी तकनीक से मिनी जंगल विकसित किया गया.मोहता पार्क में मियावाकी तकनीक से पर्यावरण शुद्ध हो रहा है.मियावाकी तकनीक से स्थानीय प्रजातियों का संरक्षण हो रहा है.
निशा राठौड़/ उदयपुर- शहरीकरण के कारण हरियाली तेजी से सिमट रही है, लेकिन अब एक नई तकनीक के माध्यम से इस समस्या का समाधान निकाला जा रहा है. उदयपुर के मोहता पार्क में मियावाकी तकनीक का उपयोग कर मिनी जंगल विकसित किया गया है, जो एक शानदार उदाहरण है. यह पहल न केवल पर्यावरण को नया जीवन दे रही है, बल्कि शहरवासियों को स्वच्छ और ठंडी हवा भी उपलब्ध करा रही है.
छोटे स्थान पर घने जंगल का निर्माणजापान की प्रसिद्ध मियावाकी तकनीक का उपयोग कर छोटे-छोटे क्षेत्र में स्थानीय प्रजातियों के पौधों को घनी कतारों में लगाया जाता है. इस तकनीक का सबसे बड़ा लाभ यह है कि पौधे तेजी से बढ़ते हैं और दो से तीन वर्षों में एक घना, आत्मनिर्भर जंगल बन जाता है. इन जंगलों को ‘ऑक्सीजन पॉकेट’ कहा जा रहा है, जो न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि शहर की गर्मी और प्रदूषण को भी कम करने में मदद करते हैं.
मोहता पार्क में मियावाकी तकनीक का सफल प्रयोगउदयपुर शहर के बीच स्थित मोहता पार्क में मियावाकी तकनीक से तैयार किया गया जंगल अब एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है. यहां के लोग सुबह और शाम इस पार्क में आकर ताजगी महसूस करते हैं. इसके अलावा, यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक उदाहरण बन रही है, जो यह दिखाती है कि छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं.
स्थानीय जैव विविधता का संरक्षणपुकार संस्थान के भुवनेश ने बताया कि मियावाकी तकनीक के सबसे बड़े लाभ में से एक है स्थानीय प्रजातियों का संरक्षण. यह तकनीक पर्यावरण को स्थायी रूप से मजबूत करने में मदद करती है, जिससे जैव विविधता को भी संरक्षित किया जाता है.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
April 27, 2025, 16:52 IST
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उदयपुर में मियावाकी तकनीक से बन रहा है मिनी जंगल, शहरी प्रदूषण से बचने का अनोख