MLAs Complain About Ministers In One To One Dialogue From Ajay Makan – माकन का वन टू वन संवादः दूसरे दिन भी विधायकों ने खोला मंत्रियों की शिकायतों का पिटारा

-रघु शर्मा, बीडी कल्ला, प्रताप सिंह, दूसरे दिन भी रहे विधायकों के निशाने पर, दूसरे दिन 4 संभागों के 52 विधायकों से माकन ने लिया सत्ता-संगठन पर फीडबैक, मंत्री कर रहे हैं शिकायतों से इनकार तो विधायक कर रहे हैं माकन से शिकायतें
फिरोज सैफी/जयपुर।
मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन विस्तार की सुगबुगाहट के बीच प्रदेश प्रभारी अजय माकन की ओर से विधायकों से वन टू वन संवाद कार्यक्रम के दौरान दूसरे दिन गुरुवार को भी प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने 4 संभागों के 52 विधायकों से वन टू वन संवाद कर सत्ता और संगठन पर फीडबैक लिया। हालांकि दूसरे दिन भी विधायकों ने माकन के समक्ष मंत्रियों की शिकायतों का पिटारा खोले रखा।
विधायक जहां माकन के समक्ष मंत्रियों की शिकायतें करते रहे तो वही विधानसभा के बाहर मंत्री अपनी शिकायतों की बात को सिरे से खारिज करते रहे। गुरुवार को अजय माकन ने 4 संभागों अजमेर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर के 20 जिलों में कांग्रेस और समर्थित 52 विधायकों से सत्ता और संगठन की मजबूती के लिए फीडबैक लिया।
हालांकि इस फीडबैक में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी संवैधानिक पद के चलते शामिल नहीं हो पाए तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी फीडबैक कार्यक्रम से दूर रहे। दूसरे दिन फीडबैक कार्यक्रम की शुरूआत अजमेर जिले से हुई। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने सबसे पहले अजमेर जिले के विधायक के तौर पर माकन को फीडबैक दिया।
युवा विधायकों के भी निशाने पर रहे मंत्री
फीडबैक कार्यक्रम के दूसरे दिन भी गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह, ऱघु शर्मा, बीडी कल्ला पायलट कैंप के साथ ही गहलोत कैंप के भी कई युवा विधायकों के निशाने पर रहे। विधायकों ने माकन के समक्ष वन टू वन संवाद में मंत्रियों पर विधायकों के कामों को प्राथमिकता से नहीं लिए जाने की बात कही।
कई युवा विधायकों ने काम नहीं करने वाले मंत्रियों को हटाकर युवा और नए चेहरों को मौका देने की बात माकन से की। दूसरे दिन भी विधायक अपनी बात कहते रहे और माकन उसे अपने आईपैड में नोट करते रहे। माकन का विधायकों के साथ वन टू वन संवाद 7 बजे तक चला इसके साथ ही वन टू वन संवाद संपन्न हो गया। इधर प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ हुए वन टू वन संवाद से पायलट कैंप के साथ ही गहलोत कैंप के विधायकों में भी उम्मीद जगी है कि फीडबैक कार्यक्रम से कुछ अच्छा जरूर होगा।
गावड़िया बोले, काम नहीं करने वाले मंत्रियों की शिकायतें की
सचिन पायलट कैंप के विधायक रामनिवास गावड़िया ने फीडबैक के बाद विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने हमारी बाते प्रभारी के सामने रखी। जिन मंत्रियो से शिकायत थी, उस को लेकर भी जानकारी दी। किस तरह मंत्री समय पर बैठक नही ले रहे। हमारे जाने के बाद भी कार्रवाई नही होती, सभी चीजे जरुरी है क्योंकि 2 साल बाद चुनाव हैं इसलिए उस कार्यकर्ता को इज्जत दी जाए,आज राजनैतिक नियुक्ति न हो और ब्लाक कार्यकारिणी ना हो, तो हम सबको खामियाजा भुगतना होगा।
ये कहा विधायकों ने
-राकेश पारीक- हमने हमारी बात अजय माकन के सामने रखी है। कैसे कमियो को दुरुस्त कर अगले चुनावों में जीत हासिल कर सकते है, जो कमियां माकन को बताई वो यहां नहीं बता सकता।
– प्रशांत बैरवा- मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार जल्द होना चाहिए, जो नॉन परफॉर्मर मंत्री हैं उन्हें हटाकर नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। जो लोग मंत्रिमंडल में अच्छा नहीं कर पा रहे उन्हें संगठन में मौका दिया जा सकता है।मंत्री ठीक तरीके से काम नहीं कर पाते तो इससे पार्टी की भी किरकिरी होती है। मंत्रिमंडल में युवाओं को भी पूरा मौका मिलना चाहिए।
-हरीश मीणा- मंत्रियों की परफोर्मेंस, सरकारी योजनाओ के क्रियान्वयन को लेकर पूछा गया था, हमने हमारी बातें सामने रख दी हैं उम्मीद है कि जो सुझाव दिए गए हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
– मुकेश भाकर- युवा वोट पार्टी से खिसका है इसकी वजह से भाजपा सत्ता में आई है। युवाओं को फिर से पार्टी से जोड़ने की जरूरत है, युवाओं को तवज्जो मिलेगी तो पार्टी मजबूत होगी। कैबिनेट में युवाओं को तवज्जो मिलनी चाहिए।
-महेंद्र चौधरी- रायशुमारी में मंत्रिमंडल विस्तार और पुनर्गठन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। रायशुमारी में केवल सरकार किस तरह से काम कर रही है, किस तरह से प्रभारी मंत्री काम कर रहे हैं और कैसे संगठन को मजबूत किया जा सकता है इसी संबंध में पूछा जा रहा है।
रामलाल जाट- वन टू वन संवाद में अजय माकन ने प्रभारी मंत्रियों के कामकाज और दौरों को लेकर भी सवाल किए थे जिनका जवाब प्रभारी माकन को दे दिया गया है।
मंत्री कल्ला बोले, सांच को आंच नहीं
इधर विधायकों की ओर से कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला की माकन से लगातार शिकायतों पर बीडी कल्ला ने कहा कि सांच को कोई आंच नहीं हैं। जिन्होंने मुझ पर आरोप लगाए हैं वो इस बारे में साबित करके बताएं। विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में कल्ला ने कहा कि मेरे घर के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं मैं हर आने वाले से मुलाकात करता हूं।