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मोबाइल नहीं जानते चलाना…? राजस्थान में ऐसे करें किसान ई- गिरदावरी, नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर, जानें एक-एक बात

Last Updated:February 14, 2025, 09:06 IST

Agriculture News: राजस्थान में किसान रबी की फसलों की ई- गिरदावरी खुद कर सकते हैं. इसके लिए किसान को जन आधार कार्ड से जमीन को लिंक कराना जरूरी है. चलिए जानते हैं ई-गिरदावरी की पूरी प्रक्रिया क्या है.राजस्थान में किसान ऐसे करें ई-गिरावरी, ये काम कराना है पहले जरूरी, जानें डिटेल

किसान खुद कर सकते है गिरदावरी

हाइलाइट्स

किसान राज किसान गिरदावरी एप से ई-गिरदावरी कर सकते हैं.जन आधार कार्ड से जमीन को लिंक करना जरूरी है.ऐप से फसल की फोटो अपलोड कर गिरदावरी सबमिट करें.

बालोतरा:- इस सीजन में धरतीपुत्रों के चेहरे खिले हुए हैं. खेतों में इन दिनों फसल लहलहा रही है और रबी की फसल को लेकर जनवरी से ई-गिरदावरी शुरू हो गई है. ऐसे में रबी की फसल की ई-गिरदावरी के लिए किसान को जन आधार कार्ड से जमीन को लिंक कराना जरूरी है. बता दें, कि किसानों द्वारा अपने मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर ऐप के माध्यम से राज किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड कर अपने जन आधार से लॉगिन कर ई-गिरदावरी कार्य किया जा सकता है.

बालोतरा जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव ने बताया, कि बालोतरा जिले के सभी किसान राज किसान गिरदावरी ऐप का अधिक से अधिक उपयोग कर अपनी रबी फसल की गिरदावरी खुद करें, ताकि किसान की पटवारी पर निर्भरता नहीं रहे व फसल का सही आंकलन होकर गिरदावरी कार्य समय पर पूरा हो सके. जिन किसानों के खेत में किसी प्रकार की फसल नहीं है तो भी निल फसल (कोई फसल नहीं है) को सलेक्ट करते हुए गिरदावरी सबमिट करें.

घर बैठे ऐसे कर सकते हैं गिरदावरीसबसे पहले संबंधित ग्राम के पटवारी को अपना जन आधार भिजवाकर जन आधार अपने खसरे के साथ सीडिंग कराना होगा. जिसके बाद राज किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड करके अपने जन आधार से ऐप लॉगिन किया जाएगा. आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओ.टी.पी. प्राप्त होगा, जिससे वेरीफाई होने के बाद ऐप लॉगिन हो जाएगा. उसके बाद फसल विवरण जोड़ें पर क्लिक करना है फिर ऊपर की साइड में जन आधार से जुड़े खसरे का ऑप्शन आएगा. उस पर क्लिक कर अपना जिला सलेक्ट कर आगे बढ़ना होगा, जिसके पश्चात अपने खेत का खसरा नंबर प्रदर्शित होगा उस पर कैलिब्रेट करें पर क्लिक करना होगा.

कैलिब्रेट करने बाद गिरदावरी सीजन एवं फसल सेलेक्ट करते हुए खसरे का एरिया हेक्टेयर में अंकित करना होगा. इसके बाद फसल सिंचित है या असिंचित एवं सिंचाई का स्रोत और फलदार पेड़ है तो उनकी संख्या अंकित करते हुए खेत-खसरे में जो फसल बो रखी है, उसकी साफ-सुधरी फोटो अपलोड करनी होगी. फसल की फोटो साफ सुथरी एवं सही एंगल से अपलोड करनी है ताकि पटवारी स्तर की जांच में फसल की स्थिति स्पष्ट हो सके. उक्त प्रक्रिया के बाद प्रिंट प्रिव्यू का ऑप्शन दिखेगा, यहां क्लिक करने के बाद सबमिट का ऑप्शन रहेगा. सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करने पर किसान द्वारा की गई गिरदावरी सबमिट होते हुए, पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जाएगी.

ई-गिरदावरी के फायदेकिसानों द्वारा स्वयं गिरदावरी करने से गिरदावरी कार्य में पटवारी स्तर पर निर्भरता कम रहेगी व वास्तविक फसल की गिरदावरी करना संभव हो सकेगा. साथ ही फसल का अंकन समुचित रूप से हो पाएगा.


Location :

Barmer,Rajasthan

First Published :

February 14, 2025, 09:06 IST

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राजस्थान में किसान ऐसे करें ई-गिरावरी, ये काम कराना है पहले जरूरी, जानें डिटेल

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