मोदी ने तीसरी बार ली प्रधानमंत्री पद की शपथ, नेहरू के बराबर,24 राज्यों से 71 मंत्री बनाए, 30 कैबिनेट और 36 राज्य मंत्री; 5 को स्वतंत्र प्रभार
निराला समाज टीम
नरेंद्र मोदी ने रविवार 9 जून की शाम लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे जवाहर लाल नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। मोदी ने ईश्वर के नाम की शपथ ली। इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली। मोदी समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ली।
इनमें 30 कैबिनेट मिनिस्टर और 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री बनाए गए। राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे। इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामिल हुए। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी मौजूद रहे।
राजस्थान का कद बढ़ गया,प्रदेश को 4 मंत्री मिले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में राजस्थान का कद बढ़ गया है। मोदी के मंत्रिमंडल में इस बार प्रदेश को 4 मंत्री मिले हैं। इसमें 2 कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार और एक राज्य मंत्री हैं।
अलवर से सांसद भूपेंद्र यादव, जोधपुर से गजेंद्र सिंह शेखावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वहीं बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) और भागीरथ चौधरी ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। चौधरी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं।
इन चार के अलावा कैबिनेट मंत्री बने अश्विनी वैष्णव भी जोधपुर से हैं। हालांकि वे ओडिशा से राज्यसभा सांसद हैं। पिछली सरकार में राजस्थान से एक कैबिनेट मंत्री ही था। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष भी राजस्थान से ही थे।
भूपेंद्र यादव सरकार में नंबर 23, शेखावत 24
कैबिनेट मंत्री बनाए गए भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत ने लगातार शपथ ली। यादव ने सरकार में 23वें और शेखावत ने 24वें नंबर पर शपथ ली। वहीं, अश्विनी वैष्णव ने 21वें नंबर पर शपथ ली थी।
दो ओबीसी, एक दलित और एक सामान्य वर्ग से मंत्री
राजस्थान से जिन 4 सांसदों को मंत्री बनने का मौका मिला, उसमें दो ओबीसी, एक दलित और एक सामान्य वर्ग से हैं। भूपेंद्र यादव और भागीरथ चौधरी ओबीसी वर्ग से आते हैं। भागीरथ जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वहीं अर्जुनराम मेघवाल राजस्थान का प्रमुख दलित चेहरा हैं और गजेंद्र सिंह शेखावत राजपूत समाज से आते हैं।
मंत्रिमंडल में यूपी से 9 मंत्री
नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में यूपी से 9 मंत्री ने रविवार शाम शपथ ली। 10वें मंत्री के तौर पर यूपी से राज्यसभा सांसद हरदीप सिंह पुरी ने शपथ ली। लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने दूसरे नंबर पर शपथ ली। इससे पहले राजनाथ मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय गृह मंत्री और दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। जयंत ने अंग्रेजी में शपथ ली।
पीलीभीत से सांसद जितिन प्रसाद ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। जितिन प्रसाद यूपी की योगी सरकार में PWD मंत्री रहे। वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे।
महराजगंज से पंकज चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। पंकज चौधरी इसी सीट पर 2019 में भी चुनाव जीते और मोदी 2.0 सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी बने।
मिर्जापुर से सांसद और अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल ने राज्यमंत्री के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। अनुप्रिया लगातार तीसरी बार मंत्री बनी हैं।
आगरा से सांसद एसपी बघेल ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। बघेल मोदी 2.0 सरकार में भी मंत्री रहे। बघेल सपा से दो बार लोकसभा सांसद रहे और बसपा से राज्यसभा सांसद रहे।
गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। उन्होंने पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीता है। बदायूं से आने वाले राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली।
गोरखपुर के लोकसभा क्षेत्र बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान ने भी राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। कमलेश लगातार चौथी बार सांसद चुने गए हैं।
यूपी से NDA के इस बार 36 सांसद हैं। 9 मंत्री बने हैं। यानी, औसतन यूपी का हर चौथा सांसद मंत्री बना है। हालांकि, इनमें दो राज्यसभा सांसद हैं।
मध्यप्रदेश से तीन मंत्री
विदिशा से सांसद और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार दूसरी बार मोदी कैबिनेट के सदस्य बने हैं। टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार लगातार तीसरी बार केंद्र में मंत्री बने हैं। उन्होंने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
2 चेहरे ओबीसी, 2 एसटी और एक एससी वर्ग से
मध्यप्रदेश से केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाए गए तीन चेहरों में शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबकि डॉ. वीरेंद्र कुमार एससी वर्ग से हैं। शिवराज छठवीं बार और सिंधिया 5वीं बार सांसद बने हैं। वहीं डॉ. वीरेंद्र कुमार 8वीं बार के सांसद हैं।
दुर्गादास उईके एसटी वर्ग से आते हैं, वे बैतूल से दो बार के सांसद हैं। सावित्री ठाकुर एसटी वर्ग से हैं और धार से दो बार की सांसद हैं। दोनों पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं। दोनों ही केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं।
बिहार से 8 बने मंत्री
बिहार के 8 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसमें जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह, ललन सिंह और चिराग पासवान ने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली।
वहीं, नित्यानंद राय, रामनाथ ठाकुर, सतीशचंद्र दुबे और राज भूषण चौधरी ने राज्य मंत्री के पद की शपथ ली। बिहार से सबसे पहले हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद बाकी सभी सांसदों ने शपथ ली।
मोदी 3.0 में गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय को रिपीट किया गया है। वहीं, 6 चेहरे राजभूषण चौधरी, सतीश चंद्र दुबे, जीतन राम मांझी, ललन सिंह, चिराग पासवान और रामनाथ ठाकुर को पहली बार जगह दी गई है।
मोदी 3.0 में बिहार से सबसे ज्यादा 8 सांसदों को जगह मिली है। इसमें दो भूमिहार, दो दलित, एक यादव, एक ईबीसी, एक ब्राह्मण और एक मल्लाह जाति से हैं। मोदी सरकार में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी राजपूत जाति के सांसद को मंत्रालय में जगह नहीं दी गई है।
हरियाणा से 3 बने मंत्री
केंद्र की मोदी कैबिनेट में हरियाणा से 3 मंत्री बनाए गए हैं। इनमें पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह करनाल सीट से सांसद बने हैं। वे साढ़े 9 साल हरियाणा के CM रहे। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने उनसे इस्तीफा दिलाकर चुनाव लड़वाया।
गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। राव लगातार छठी बार सांसद बने हैं। वह मोदी सरकार की पिछली टर्म में भी मंत्री थे। उनके जरिए भाजपा ने दक्षिण हरियाणा और खासकर अहीरवाल बेल्ट को साधने की कोशिश की है।
फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को तीसरी बार मंत्री बनाया गया है। उन्हें राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई। कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद से सांसद हैं। फरीदाबाद और उससे सटे यूपी व राजस्थान के गुर्जर बाहुल्य इलाकों को देखते हुए उनकी कैबिनेट में एंट्री हुई है।
पंजाब को लेकर मोदी ने सबकों चौकाया, रवनीत बिटटू को मंत्री बनाया
पंजाब से सबको चौंकाते हुए मोदी कैबिनेट में रवनीत बिट्टू को शामिल किया गया है। बिट्टू लुधियाना से कांग्रेस के सांसद थे। लोकसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद लुधियाना से फिर चुनाव लड़े लेकिन हार गए। पंजाब से भाजपा 13 में से कोई सीट नहीं जीती, इसलिए पूर्व CM बेअंत सिंह के पोते बिट्टू को राज्यमंत्री का पद मिल गया। इसके अलावा सिख चेहरे के तौर पर हरदीप पुरी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
बिट्टू के जरिए भाजपा ने पंजाब की सियासत को साधने की कोशिश की है। भाजपा को यहां एक प्रभावी सिख चेहरे की तलाश थी, जिसके लिए रवनीत बिट्टू पर दांव लगाया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश से भाजपा ने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को कैबिनेट से ड्रॉप कर दिया। हिमाचल से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। नड्डा अभी गुजरात से राज्यसभा के सांसद हैं।