बंदरों से थर्राया भरतपुर, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक घरों में कैद, अब अपने ही शहर में मेहमान बना इंसान

Last Updated:April 18, 2025, 12:43 IST
भरतपुर शहर में बंदरों का आतंक तेजी से बढ़ रहा है. वे बच्चों-बुजुर्गों पर हमले कर रहे हैं और घरों में घुसकर नुकसान पहुंचा रहे हैं. नगर निगम की कोशिशें नाकाम रही हैं, नागरिक स्थायी और मानवीय समाधान की मांग कर रहे…और पढ़ेंX
घरों की छतो पर कूदते बंदर
मनीष पुरी/भरतपुर- भरतपुर शहर इन दिनों एक नई और गंभीर समस्या से जूझ रहा है. शहर में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. बंदर शहर के कई इलाकों में दिनदहाड़े उत्पात मचा रहे हैं. कभी छतों पर कूदते-फांदते तो कभी गलियों में झुंड बनाकर दौड़ लगाते हुए, ये अब सिर्फ शरारती नहीं रहे बल्कि खतरनाक हमलावर बन चुके हैं.
बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे अधिक खतराशहर के अनेक मोहल्लों में लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं. खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है. बच्चे अब अकेले स्कूल जाने से डरते हैं, जबकि बुजुर्ग घर से बाहर निकलने में झिझकते हैं. राह चलते लोगों पर बंदरों के हमले, स्कूल बैग और टिफिन बॉक्स छीनना और रसोई में घुसकर तांडव मचाना अब आम घटनाएं बन चुकी हैं.
रसोई तक पहुंच रहे बंदर, बिखेर रहे सामानबंदर अब घरों में घुसकर रसोई में उपद्रव मचा रहे हैं. ये खाने का सामान लेकर भाग रहे हैं और पूरे घर को अस्त-व्यस्तता कर रहे हैं. यह न सिर्फ आर्थिक नुकसान का कारण बन रहे हैं, बल्कि परिवार के सदस्यों की जान का खतरा भी बढ़ा रहे हैं.
नगर निगम की कोशिशें हुईं नाकामहालांकि नगर निगम द्वारा कई बार बंदरों को पकड़ने और उन्हें जंगलों में छोड़ने की कोशिशें की गई हैं, लेकिन ये समाधान स्थायी साबित नहीं हो पाए हैं. बंदरों की संख्या ज्यादा होने के बजाय, अब वे शहर के हर हिस्से में दिखाई देने लगे हैं.
चाहिए स्थायी और मानवीय हलस्थानीय लोगों ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि पहले बंदर केवल कुछ चुनिंदा इलाकों तक सीमित थे, लेकिन अब वे हर गली और मोहल्ले में नजर आने लगे हैं. सुबह और शाम के समय बंदरों का झुंड गलियों में घूमता है और बच्चों को विशेष रूप से निशाना बनाते हैं.
प्रशासन, वन विभाग और जनता मिलकर उठाएं कदमबंदरों की समस्या अब केवल एक स्थानीय परेशानी नहीं, बल्कि एक सामाजिक चुनौती बन चुकी है. इसके समाधान के लिए वन विभाग, नगर निगम, और स्थानीय प्रशासन को मिलकर एक सुनियोजित और मानवीय योजना बनानी होगी. इसके साथ ही, लोगों को जागरूक करना और सतर्क रहने की सलाह देना भी बेहद जरूरी है.
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
April 18, 2025, 12:43 IST
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