Rajasthan

More than 30 lakh devotees attended the Lakkhi fair of Kailadevi – News18 हिंदी

मोहित शर्मा/ करौलीः उत्तर भारत के प्रसिद्ध आस्थाधाम कैलादेवी में चैत्र नवरात्रि के लक्खी मेले का समापन 22 अप्रैल को होने वाला है. कैलामैया के दरबार में इस साल विशाल मेले का आगाज 6 अप्रैल से हुआ है. तभी से निरंतर दूरदराज के भक्तों की मैया के दरबार में भारी भीड़ रोजाना उमड़ रही है. चैत्र नवरात्रि के दौरान हर साल लगने वाले इस मेले को राजस्थान का लघुकुंभ कहा जाता है.

इस मेले के दौरान बड़ी संख्या में कैलामैया के लाखों भक्त आगरा, दिल्ली, युपी – एमपी से पैदल चलकर माता के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगाते हैं. कैलामैया का यह मेला 17 दिनों के लिए लगता है. मेले के दौरान पूर्वी राजस्थान में मां की भक्ति का 17 दिनों तक उल्लास बरसता है.चैत्र नवरात्रि के लक्खी मेले के दौरान रोजाना लाखों भक्त कैलामैया के दर्शनों के लिए मां के दरबार में पहुंचते है. भक्तों की भीड़ इतनी होती है कि घंटो तक रेलिंग में लाइन में लगने के बाद मां के दर्शन हो पाते है. सिर्फ चैत्र नवरात्रि के लक्खी मेले में ही 50 लाख से ज्यादा भक्त कैला मैया के दर पर पहुंचते हैं.

3 से 5 लाख भक्त कैला मैया के दर्शन करते है
कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए जाते है. कई राज्यों के बाहर से लोग मां के दरबार आते है.पैदल यात्रियों की सेवा के लिए पलक पांवड़े बिछा देते है. इस साल कैला देवी के लक्खी मेले में 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं. कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट के मुख्य परिचालन अधिकारी विवेक द्विवेदी के मुताबिक अबतक 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालु माता रानी के दर्शन कर चुके है. उन्होंने बताया कि 17 दिवसीय यह मेला अभी 22 अप्रैल तक चलेगा. तो ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि श्रद्धालुओं की संख्या और भी बढ़ सकती है. इस मेले के दौरान वैसे तो हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है. लेकिन अमावस्या, पूर्णिमा और पड़वा वाले दिन मेले में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाती है. इन तीनों दिनों में लगभग 3 से 5 लाख भक्त कैला मैया के दर्शन करते है.

पिछले सालों के बजाय कम रही श्रद्धालुओं की संख्या
मंदिर ट्रस्ट के मुख्य परिचालन अधिकारी विवेक द्विवेदी के अनुसार हर साल कैला मैया के 17 दिवसीय लक्खी मेले में 50 से 60 लाख श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए आते हैं. लेकिन इस बार के लक्खी मेले में श्रद्धालुओं की पिछले सालों के बजाय कमी रही है. इसका एक कारण लोकसभा आम चुनाव है और दूसरा कारण शादियों के सीजन के साथ फसल का कटाई भी चलना बताया जा रहा है.

Tags: Karauli news, Local18

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