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मटन..मछली का बाप है इस जीव का मांस, आयरन, प्रोटीन का खजाना, किडनी और लिवर की बीमारी जड़ से हो जाएगी खत्म

समस्तीपुर. अगर आप मांसाहारी भोजन करना पसंद करते हैं और आपने अब तक स्नेल यानी घोंघे का मांस ट्राई नहीं किया है तो आपको यह जरूर ट्राई करना चाहिए, क्योंकि घोंघा सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है. घोंघा इस धरती का सबसे धीमा और मंद गति से चलने वाला जीव है, लेकिन इसके मांस में जो औषधीय गुण होते हैं, वे इसे एक अनमोल संसाधन बनाते हैं.

घोंघा के मांस में कई अहम पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, और विटामिन, जो हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. खासकर लिवर और सुखडी जैसी बीमारियों के इलाज में यह रामबाण साबित हो सकता है. सुखडी एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज सामान्य तरीके से बहुत मुश्किल होता है, लेकिन घोंघे का मांस इस बीमारी को ठीक करने में मदद कर सकता है.

जानें इसे खाने के फायदेसमस्तीपुर जिले के मोहनपुर स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी सह आयुर्वेदाचार्य बालेश्वर शर्मा के अनुसार, नदी और तालाबों में पाए जाने वाले जलीय जीव घोंघा का मांस सुखंडी रोग और लिवर से संबंधित सभी बीमारियों के इलाज में अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है. इसके मांस में कैल्शियम, आयरन जैसे खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इसे औषधि से भरपूर बनाते हैं. आयुर्वेद के दृष्टिकोण से, इन तत्वों के कारण घोंघा का मांस शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है. खासकर लिवर और सुखडी जैसे रोगों में. इसके अलावा, आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, घोंघे का मांस शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को भी बढ़ाता है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. यह मांस न केवल लिवर के कार्य को सुधारने में मदद करता है, बल्कि शरीर के विभिन्न अंगों के लिए भी फायदेमंद होता है. ऐसे में अगर आप इन बीमारियों से परेशान हैं, तो घोंघे के मांस का सेवन आपको राहत दे सकता है.

Tags: Bihar News, Health benefit, Health News, Local18, Samastipur news

FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 13:50 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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