Rajasthan

शाकाहारी लोगों के लिए ‘मटन’ है यह सब्जी, सिर्फ बारिश में मिलती, फायदे जान आप हो जाएंगे हैरान-‘Mutton’ is this vegetable for vegetarian people, available only in rainy season, you will be surprised to know its benefits

करौली. बारिश के सीजन में सब्जी मंडियों में आने वाली एक कुदरती सब्जी ऐसी है, जो अपने खास गुणों के चलते, अपने आप में खुद ही कई गंभीर बीमारियों का रामबाण इलाज है. यहीं वजह है कि इसके स्वाद के शौकीनों को बरसाती सीजन में इस सब्जी की याद सबसे ज्यादा सताती है. अपने आप में अजीब सी दिखने वाली है यह सब्जी बाजारों में आते ही धमाल मचा देती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत, यह उन कुदरती सब्जियों में से एक है जो घने जंगलों में स्वत: ही पैदा होती है. और मुश्किल से 15 दिन या महीने भर के लिए ही बाजार में बारिश के सीजन में आ पाती है.

इसे उगाने के लिए किसी भी प्रकार के बीज और खाद की जरूरत भी नहीं पड़ती है. इसीलिए हर सीजन में यह सब्जी महंगी ही रहती है. महंगी होने के बावजूद भी लोग इसे बाजार से खूब खरीदते है. हम बात कर रहे हैं बारिश के सीजन में आने वाली ककोरा की, जिसे भारतीय सब्जी बाजारों में कई नामों से बाजारों में जाना जाता है. कोई इसे काकोड़ा कहता है तो कोई इसे ककोड़ा कहकर बुलाता है. दिखने में एकदम यह करेला का छोटा भाई होता है. बस यह उसकी तरह कड़वा नहीं होता है. इसीलिए लोग इसे बारिश के सीजन में बड़े ही चाव के साथ खाते हैं.

जंगलों का राजा है ककोरा सब्जी व्यापारी बताते हैं कि एक तरह से यह सब्जी जंगलों की राजा है. क्योंकि यह घने जंगलों में ऑटोमेटिक ही बिना खाद बीज के पैदा होती है. जंगलों के अलावा यह सब्जी अन्यथा कहीं भी पैदा भी नहीं होती है. और सिर्फ बारिश के सीजन में ही बाजार में आती है. सब्जी व्यापारियों का कहना है कि इसकी सब्जी भी टेस्टी बनने के कारण लोग भी इसे खूब पसंद करते हैं.

60 रुपए से कम नहीं रहता है इसका भावसब्जी व्यापारियों का यह भी कहना है कि ककोरा एक महंगी सब्जी है. हर साल जब भी यह सब्जी बारिश के दौरान मंड़ीयों में आती है तो इसका भाव ₹250 किलो तक रहता है. अंत में जाकर इसका भाव 60 रुपए किलो तक हो पता है और 60 रुपए से कम इसका भाव भी नहीं होता है.

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. ओम प्रकाश भारद्वाज बताते हैं कि ककोड़ा एक करेले से मिलती-जुलती हुई सब्जी है. जिस में प्रचुर मात्रा में आयरन और प्रोटीन होता है. शाकाहारी लोगों के लिए यह सब्जी एकदम मांस के फायदे की तरह काम करती है. यह एकमात्र ऐसी सब्जी है, जों मीट से भी ज्यादा ताकतवर होती है.

उन्होंने बताया कि ककोड़ा को खाने से बवासीर और पीलिया जैसी बीमारीयों में आराम मिलता है. साथ ही बारिश में होने वाली चमड़ी की बीमारियों से भी यह बचाता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रखता है. ककोड़ा में कई विटामिन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. इसका सेवन शरीर की आंतरिक कमजोरी को दूर करता है.

Tags: Health, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 07:34 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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