mutual fund | एक ही छत के नीचे सब कुछ, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस फिर सुर्खियों में

बीते एक साल में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) की दुनिया पहले से कहीं ज्यादा सुर्खियों में रही है।
बीते एक साल में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) की दुनिया पहले से कहीं ज्यादा सुर्खियों में रही है। अभी तक एसेट मैनेजमेंट कंपनियां मुख्य रूप से रिटेल निवेशकों पर ध्यान केंद्रित करती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में इस ट्रेंड में बदलाव दिखा है। भारत में एचएनआई की संख्या में जिस तरह से लगातार वृद्धि हो रही है, उसके परिप्रेक्ष्य में यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अब ऐसी कंपनियां अपने विशेष ऑफर्स के साथ निवेशकों के इस खास क्लास में पैठ बनाना चाह रही हैं। कॉन्ट्रा, पीआईपीई और फ्लेक्सीकैप स्ट्रेटेजी पर आधारित प्रोडक्टस ने निवेशकों को मनमाफिक रिजल्ट प्रदान किया है। कॉन्ट्रा का निवेश के प्रति विरोधाभासी या बिल्कुल उल्टा अप्रोच होता है। यहां, उद्देश्य यह होता है कि निवेश वहां किया जाए, जहां एंट्री में ज्यादा मुश्किलें हो और जो प्रतिकूल बिजनेस साइकिल के कारण या किसी विशेष स्थिति के कारण या उद्योग में आए संकट के कारण चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहे हैं। पिछले एक साल में कॉन्ट्रा फंड ने बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई 500 टीआरआई के 24 फीसदी की तुलना में 44 फीसदी का रिटर्न दिया है।