Rajasthan Bjp Political Crisis – नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने दी विधायकों को चेतावनी , कहा—सदन में बोलने नहीं दूंगा

– विधायक दल की बैठक में नहीं आने वाले भाजपा विधायकों पर बरसे कटारिया
– विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में मंगलवार को हुई थी विधायक दल की बैठक
– कटारिया ने कहा, विधायक दल की बैठक में नहीं आए और सदन में आए तो बोलने नहीं दूंगा

अरविन्द सिंह शक्तावत
जयपुर।
भाजपा में हाल ही में कैलाश मेघवाल की ओर से नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को हटाने के लिए लिखे पत्र का मामला पूरी तरह से शांत हुआ भी नहीं था। उससे पहले अब कटारिया ने तल्ख तेवर दिखा दिए हैं। भाजपा विधायक दल की मंगलवार को हुई बैठक में नहीं आने वाले वरिष्ठ विधायकों पर नाराज कटारिया ने कहा कि जब तक मैं नेता प्रतिपक्ष हूं, तब तक मनमर्जी नहीं चलेगी। विधायकों को बैठक में आना ही पड़ेगा, यदि वे नहीं आते हैं तो सदन में बोलने नहीं दिया जाएगा। भाजपा विधायक दल की बैठक में नहीं आने वालों में सबसे चर्चित नाम कैलाश मेघवाल का ही है। वे पिछली बैठक में भी नहीं आए थे और मंगलवार को भी बैठक में समय पर नहीं आए थे।
विधानसभा का सत्र जब भी चलता है, तब भाजपा विधायक दल की पहली बैठक के बाद सत्र के दौरान हर मंगलवार को बैठक होती है। इस बैठक में नहीं आने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाता है। मंगलवार को हुई बैठक में भी करीब पन्द्रह विधायक बैठक में नहीं पहुंचे थे, जिनमें कैलाश मेघवाल, नरपत सिंह राजवी जैसे नाम शामिल थे। इसी बात से कटारिया नाराज हो गए और भावुक होते हुए कहा कि अनुशासन की पालना करनी होगी और जो नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्ती भी बरती जाएगी। यह गलत है कि विधायक दल की बैठक में नहीं आते और बाद में सीधे विधायक सदन में आ जाते हैं। इस बार एेसा नहीं होने दिया जाएगा। जो विधायक एेसा करेगा, उसे सदन में बोलने वालों की सूची में शामिल नहीं किया जाएगा और ना ही उसे बोलने दिया जाएगा। उनकी इस तल्खी को हाल ही में कैलाश मेघवाल की ओर से लगाए गए आरोपों से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें मेघवाल ने कटारिया के विरूद्ध निंदा प्रस्ताव लाने और उनको पद से हटाने की बात कही थी।
राजे की तारीफ की, कहा वे हमेशा सूचना देती हैं
कटारिया बोले कि वसुंधरा राजे से ही कुछ सीख लें। वे नहीं आती तो उनका फोन आता है। इस बार भी फोन आया और उन्होंने कहा कि पुत्रवधु की तबीयत खराब होने के कारण वे विधानसभा में उपस्थित नहीं रह सकतीं। नितिन गडकरी जिस दिन आने वाले थे, उस दिन आने की कोशिश की बात भी उन्होंने कही थी।