निजामों की रसोई से निकला रहस्यमयी स्वाद! गरम पत्थर पर पकने वाला यह गोश्त हर किसी को हैरत में डाल देता है – Rajasthan News

Last Updated:December 12, 2025, 22:49 IST
Hyderabad Famous Food : हैदराबाद का पत्थर का गोश्त निजामों की शाही रसोई से निकला एक अनोखा कबाब है जिसका स्वाद और खुशबू लोगों को पुराना शहर खींच लाती है. गरम पत्थर पर पकाया जाने वाला यह कबाब अपने अलग फ्लेवर और टेक्सचर की वजह से बिरयानी के साथ शहर की सबसे मशहूर डिश माना जाता है. चारमीनार क्षेत्र में इसकी दुकानें शाम होते ही भीड़ से भर जाती हैं और रमज़ान में तो कतारें कई गुना बढ़ जाती हैं. शहर की परंपरागत फूड कल्चर को समझना है तो पत्थर का गोश्त चखे बिना हैदराबाद की यात्रा अधूरी मानी जाती है.
हैदराबाद. दुनिया भर में अपनी मशहूर बिरयानी के लिए पहचाने जाने वाला यह शहर खाने के शौकीनों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं माना जाता. यहां की पाक कला सिर्फ बिरयानी तक सीमित नहीं है बल्कि चिकन और मटन कबाब भी हैदराबाद की खास पहचान हैं. इन्हीं कबाबों में एक नाम सबसे ऊपर आता है और वह है पत्थर का गोश्त. निजामों की शाही रसोई से निकलकर यह व्यंजन अब पुराने हैदराबाद की गलियों से लेकर शहर के बड़े होटल तक लोगों का दिल जीतता आ रहा है.
जब भी हैदराबाद के कबाबों की बात की जाती है तो पत्थर का गोश्त सबसे पहले याद आता है. लोग इसके स्वाद, खुशबू और अनोखे पकाने के तरीके के दीवाने हैं. स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटक भी इसे चखने के लिए खास तौर पर पुराने शहर का रुख करते हैं. यह रेसिपी शहर की फूड कल्चर का ऐसा हिस्सा बन चुकी है जो हर स्वाद प्रेमी को अपने पास खींच लेती है.
निजामों की रसोई से निकला शाही स्वादएक स्थानीय रेस्तरां चलाने वाले बुज़ुर्ग मुईन बताते हैं कि पत्थर का गोश्त सबसे पहले निजामों के ज़माने में उनकी शाही रसोई का हिस्सा था. समय के साथ यह व्यंजन शहर में तेजी से फैल गया और आज पुराने हैदराबाद की कई दुकानों में यह सबसे ज्यादा बिकने वाली डिश बन चुकी है. कई दुकानें इतनी लोकप्रिय हैं कि काउंटर खुलते ही लोगों की भीड़ उमड़ जाती है और कुछ ही समय में पूरा स्टॉक खत्म हो जाता है. खासकर शाम के समय इसका स्वाद लेने वालों की भीड़ अलग ही माहौल बना देती है.
पत्थर पर सिककर तैयार होता है यह अनोखा कबाबपत्थर का गोश्त एक ऐसा कबाब है जिसे खासतौर पर गरम पत्थर पर पकाया जाता है और यही इसका सबसे बड़ा राज है. पकाने का तरीका भी बेहद अनोखा होता है. एक बड़े और साफ पत्थर के नीचे आग जलाई जाती है जिससे पत्थर पूरी तरह गर्म हो जाए. गोश्त को मसालों के साथ अच्छी तरह मैरीनेट करके इस गर्म पत्थर पर रखा जाता है और धीरे-धीरे उसे पकाया जाता है. पत्थर पर सिकने से इसमें एक अलग फ्लेवर आता है और इसकी बनावट भी बाकी कबाबों से काफी अलग होती है. इसे आमतौर पर प्याज के सलाद के साथ परोसा जाता है जो इसके स्वाद को और भी शानदार बना देता है.
कहाँ चखें यह लाजवाब स्वादहैदराबाद में पत्थर का गोश्त चखने की सबसे बढ़िया जगह पुराना शहर और खासकर चारमीनार का इलाका माना जाता है. यहां कई दुकानें यह शाही कबाब बेचती हैं और हर शाम इन दुकानों पर जबरदस्त भीड़ देखी जा सकती है. रमज़ान के महीने में तो इसकी बिक्री और भी बढ़ जाती है. रात के समय दुकानों के बाहर लंबी कतारें लग जाती हैं और लोग अपने हिस्से का कबाब पाने के लिए बेसब्री से इंतजार करते नजर आते हैं.
About the AuthorAnand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
Location :
Hyderabad,Telangana
First Published :
December 12, 2025, 22:49 IST
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निजामों की रसोई का स्वाद! पत्थर पर पकने वाला गोश्त, बनते देख हो जाएंगे हैरान



