नवरात्रि 2025: यहां 9 रूपों में सदियों से विराजमान हैं माता, अष्टमी और नवमी के दिन होंगे विशेष आयोजन

Last Updated:March 30, 2025, 15:37 IST
नवरात्रि 2025: अष्टमी और नवमी के दिन विशेष धार्मिक आयोजन होंगे.नवमी के दिन मां भगवती की दिव्य जोत के दर्शन भक्तों को कराए जाएंगे . भक्त अपने हाथों से माता की ज्योत को ले सकेंगे. जागरण का भी आयोजन किया जाएगा . X
नौसर माता मंदिर
आज से चेत्र नवरात्रों की शुरुआत हो चुकी है. इस मौके पर भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते हैं. दुर्गा मां की पूजा करते हैं. प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर आशीर्वाद भी लेते हैं.न वरात्र के वक्त शक्तिपीठों में जाकर पूजा करने का विशेष महत्व भी माना जाता है . देशभर में माता के असंख्य मंदिर हैं. माता के हर मंदिर की अपनी महिमा है. इस बीच आज हम आपको अजमेर में स्थित माता के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं. जहां माता एक रूप में नहीं बल्कि 9 रूपों में सदियों से विराजमान हैं.
नौसर माता मंदिर के पीठाधीश्वर रामा कृष्ण देव बताते हैं कि पुष्कर मार्ग पर स्थित नौसर घाटी पर श्री नवदुर्गा नौसर माता का अति प्राचीन मंदिर है. यह मंदिर नोसर माता के नाम से विख्यात है.इस मंदिर में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के दर्शन एक साथ होते हैं. माता की ऐसी दिव्य प्रतिमा विश्व में कहीं देखने को नहीं मिलती है.पदम पुराण में भी नव दुर्गा माता मंदिर के बारे में उल्लेख है.
मां की शक्ति और ब्रह्मा की आराधनापीठाधीश्वर रामा कृष्ण देव आगे बताते हैं कि जब पुष्कर में सृष्टि यज्ञ किया जा रहा था, तो ब्रह्मा ने इस यज्ञ को नकारात्मक शक्तियों से बचाने के लिए नवदुर्गा की आराधना की थी. तभी से यहां मां के नौ स्वरूप विराजमान हैं. भक्तों के लिए यह स्थान सदियों से आस्था का केंद्र बना हुआ है. इस मंदिर को कई समाज की कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है, और विशेष रूप से नवरात्र के समय यहां भक्तों का मेला लगता है.
अष्टमी और नवमी के दिन होंगे विशेष आयोजनपीठाधीश्वर ने आगे बताया कि नवरात्रि में सुबह-शाम माता की विशेष आरती होती है. अष्टमी और नवमी के दिन विशेष धार्मिक आयोजन होंगे. नवमी के दिन मां भगवती की दिव्य जोत के दर्शन भक्तों को कराए जाएंगे . भक्त अपने हाथों से माता की ज्योत को ले सकेंगे . जागरण का भी आयोजन किया जाएगा . नवमी पर माता को भोग लगाकर प्रसादी वितरित की जाएगी.
कैसे पहुंचे नौसर माता मंदिर?नौसर माता मंदिर अजमेर से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। पुष्कर में ठहरने के लिए कई धर्मशालाएं और भवन उपलब्ध हैं, और दिनभर वाहनों की सुविधा भी रहती है. भक्त यहां आकर मां के नौ स्वरूपों के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
Location :
Ajmer,Rajasthan
First Published :
March 30, 2025, 15:37 IST
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यहां 9 रूपों में सदियों से विराजमान माता,अष्टमी और नवमी के दिन होंगे आयोजन