नीट 2026 तैयारी गाइडलाइन और रिवीजन टिप्स

Last Updated:December 22, 2025, 08:09 IST
NEET 2026 Preparation Guide & Revision Strategy: नीट 2026 के अभ्यर्थियों के लिए कोटा के विशेषज्ञों ने बैक पोर्शन रिवीजन और अनुशासित रूटीन की सलाह दी है. D.N. Sir के अनुसार, छात्रों को कमजोर टॉपिक्स पर अधिक ध्यान देने और सुबह जल्दी उठकर पढ़ने के साथ-साथ हेल्दी डाइट का पालन करना चाहिए ताकि वे परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें.
ख़बरें फटाफट
कोटा. नीट 2026 की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए अब अपनी तैयारी को एक मजबूत और सही दिशा देने का समय आ गया है. शिक्षा नगरी कोटा के विशेषज्ञों और अनुभवी शिक्षकों के अनुसार, दिसंबर महीने तक अधिकांश छात्रों का काफी सिलेबस पूरा हो चुका होता है. ऐसे में अब सबसे महत्वपूर्ण यह है कि छात्र नए विषयों के साथ-साथ ‘बैक पोर्शन’ और नियमित ‘रिवीजन’ पर विशेष ध्यान देना शुरू करें.
विख्यात शिक्षक D.N. Sir बताते हैं कि छात्रों को अब अपने टाइम-टेबल में बदलाव करना चाहिए. उन्हें रोजाना कम से कम 2 से 3 घंटे केवल बैक पोर्शन (पुराने चैप्टर्स) को पूरा करने के लिए निर्धारित करने चाहिए. इसके लिए प्रत्येक चैप्टर को दो श्रेणियों में बांटना सबसे उपयोगी रहता है:
पहली कैटेगरी: वे टॉपिक्स जो छात्र को अच्छे से समझ आ चुके हैं और जिन पर मजबूत पकड़ है.
दूसरी कैटेगरी: वे टॉपिक्स जो कमजोर हैं या जिनमें छात्र अक्सर अटक जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर टॉपिक्स को गहराई से रिवाइज करते हुए उनसे जुड़े अधिक से अधिक सवालों का अभ्यास करें. वहीं मजबूत टॉपिक्स को ‘फास्ट रिवीजन’ के जरिए दोहराते रहें ताकि परीक्षा के दौरान सिली मिस्टेक्स (Silley Mistakes) की संभावना कम हो सके.
अनुशासित रूटीन और डाइट है सफलता की कुंजीनीट जैसी चुनौतीपूर्ण परीक्षा के लिए केवल पढ़ाई ही काफी नहीं है, बल्कि एक अनुशासित जीवनशैली भी अनिवार्य है. शिक्षकों का मानना है कि जो छात्र सुबह 4 या 5 बजे उठकर पढ़ाई शुरू करते हैं, उनका दिमाग सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है. सुबह 8 बजे तक का समय सबसे अधिक ‘प्रोडक्टिव’ साबित होता है. इसके साथ ही रात को 9 से 10 बजे तक सो जाना एक स्वस्थ और अनुशासित रूटीन के लिए बेहद जरूरी है.
तैयारी के दौरान सेहत का ध्यान रखने की सलाह देते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि छात्रों को बाहर का जंक फूड पूरी तरह अवॉयड करना चाहिए. अपनी डाइट में फल, ड्राई फ्रूट्स और पौष्टिक भोजन शामिल करें ताकि मानसिक और शारीरिक थकान से बचा जा सके.
टेस्ट और स्टडी मटेरियल पर भरोसा रखेंछात्र जिस भी कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे हैं, वहाँ के स्टडी मटेरियल को पूरी ईमानदारी से फॉलो करें. सबसे अहम बात यह है कि कोई भी ‘मॉक टेस्ट’ स्किप न करें. नियमित टेस्ट देने से न केवल परीक्षा के पैटर्न की समझ बढ़ती है, बल्कि समय प्रबंधन (Time Management) में भी जबरदस्त सुधार होता है. यदि छात्र इस रणनीति को लगातार फॉलो करते हैं, तो नीट 2026 में बेहतर रैंक हासिल करना आसान हो जाएगा.
About the Authorvicky Rathore
Vicky Rathore is a multimedia journalist and digital content specialist with 8 years of experience in digital media, social media management, video production, editing, content writing, and graphic, A MAJMC gra…और पढ़ें
Location :
Kota,Kota,Rajasthan
First Published :
December 22, 2025, 08:09 IST
homerajasthan
नीट 2026 क्रैक करने का मास्टर प्लान: कोटा के एक्सपर्ट्स से जानें बैक पोर्शन…



