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NEET Story: चौथे प्रयास में क्रैक किया नीट, लेकिन AIIMS में नहीं लिया दाखिला, अब यहां से कर रहे हैं MBBS 

NEET Success Story: कहते हैं न कि अगर कुछ करने का जुनून सवार हो, तो फिर बुरी से बुरी परिस्थितियां भी दम तोड़ देती है. फिर दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार नीट यूजी की परीक्षा की क्यों न हो, इसे भी पास किया जा सकता है. ऐसी ही कहानी ओडिशा के रहने वाले एक 20 वर्षीय लड़के की है. जिन्होंने यूरिनरी समस्या होने के बावजूद हार नहीं मानी और सर्जरी के बाद नीट यूजी की परीक्षा को क्रैक करने में सफल रहे हैं. आज हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम शेख गालिब रजा (Sekh Galib Raza) है.

चौथे प्रयास में क्रैक किया NEET20 वर्षीय शेख गालिब रजा (Sekh Galib Raza) ओडिशा के सोरो गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने चौथे प्रयास में NEET UG 2024 परीक्षा में सफलता हासिल की हैं. वर्तमान में वह SCB मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में MBBS कर रहे हैं. वर्ष 2021 और 2022 में अपने पहले दो प्रयासों के दौरान रजा यूरिनरी पथ की सिकुड़न से जूझ रहे थे. इस समस्या के कारण उन्हें सर्जरी करानी पड़ी. NEET UG 2023 से छह महीने पहले उन्होंने यूरेथ्रोटॉमी सर्जरी करवाई, लेकिन इससे उनकी तैयारी प्रभावित हुई. डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी, जिसके चलते वह लंबे समय तक स्टडी करने में असमर्थ रहे.

AIIMS छोड़कर इस कॉलेज में लिया एडमिशनशेख ने नीट यूजी की परीक्षा में 3835वीं रैंक हासिल की हैं और AIIMS भुवनेश्वर में सीट मिलने के बावजूद उन्होंने इसे अस्वीकार कर SCB मेडिकल कॉलेज को प्राथमिकता दी. उनके अनुसार SCB मेडिकल कॉलेज राज्य के बेहतरीन कॉलेजों में से एक है और AIIMS भुवनेश्वर की तुलना में अधिक स्थायित्व और अनुभवी फैकल्टी प्रदान करता है. इसके अलावा, अपनी बीमारी और भविष्य को लेकर तनाव ने उनकी पढ़ाई में और रुकावटें पैदा कीं. रजा की बहन ने उनकी इस कठिन समय में भरपूर मदद की. वह उनके लिए नोट्स पढ़ती थी ताकि रजा अपनी तैयारी जारी रख सकें. हालांकि, रजा को तीसरे प्रयास में 590 अंक मिले, जो कट-ऑफ से चार अंक कम थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.

ऐसे तैयारी की थी रणनीतिउन्होंने तैयारी के प्रति अपना दृष्टिकोण बदल दिया और अधिक संजीदगी से पढ़ाई करना शुरू किया. रजा (Sekh Galib Raza) ने अपनी तैयारी को और मजबूत करने के लिए नए तरीके अपनाए. उन्होंने हर प्रश्न पत्र को एक मरीज और परीक्षा हॉल को एक ऑपरेशन थियेटर के रूप में देखा. बायोलॉजी के विषयों में पारिस्थितिकी और आनुवंशिकी जैसे कठिन विषयों पर उन्होंने संक्षिप्त नोट्स बनाए. उन्होंने 22 मॉक टेस्ट और पांच सैंपल पेपर दिए, जिससे उन्हें अपनी कमजोरियों पर काम करने का अवसर मिला. उनकी इस रणनीति ने उन्हें परीक्षा में अच्छा रिजल्ट प्राप्त करने में मदद की.

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Tags: Government Medical College, MBBS student, NEET, Neet exam, Success Story

FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 16:51 IST

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