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NEET Success Story: कर्मचारी का बेटा बना टॉपर, हेलिकॉप्टर से पहुंचा पुरस्कार लेने, मिले 31 लाख रुपये

Last Updated:March 17, 2025, 15:14 IST

NEET 2024 Topper, Success Story: नीट परीक्षा देश की कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है ऐसे में अगर कोई इसे टॉप कर जाता है तो वह उन तमाम युवाओं के लिए मिसाल बन जाता है जो एमबीबीएस में एडमिशन लेकर डॉक्‍टर बनना…और पढ़ेंकर्मचारी का बेटा बना टॉपर, हेलिकॉप्टर से पहुंचा पुरस्कार लेने, मिले 31 लाख

NEET Topper 2024, NEET 2025: नीट टॉपर देवेश जोशी की कहानी.

हाइलाइट्स

देवेश जोशी ने नीट 2024 में 720 में से 720 अंक हासिल किए.देवेश को 31 लाख रुपये का पुरस्कार मिला.देवेश को हेलिकॉप्टर से सीकर लाया गया.

NEET 2024 Topper, MBBS Admission: डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले लाखों युवा नीट की परीक्षा देते हैं. ऐसे में हम आपको एक ऐसे टॉपर की कहानी बता रहे हैं, जिसकी कहानी से आप बहुत कुछ सीख सकते हैं. पिछले साल एक बिजली कर्मचारी के बेटे ने नीट परीक्षा में 720 में से 720 अंक हासिल कर माता-पिता का नाम रोशन कर दिया. वह ऑल इंडिया टॉपर बन गया और तो और प्रतिभा सम्मान समारोह में हेलिकॉप्टर से पहुंचा. उसे पुरस्कार में 31 लाख रुपये भी मिले. आइए आपको बताते हैं उसकी पूरी कहानी…

 Devesh Joshi NEET 2024 Topper: यह कहानी है नीट यूजी 2024 के टॉपर देवेश जोशी की. किसी ने कभी सोचा भी नहीं था कि राजस्थान के करौली के टोडाभीम तहसील के रहने वाले देवेश किसी दिन नीट यूजी परीक्षा टॉप कर जाएंगे. 30 मार्च 2006 को जन्मे देवेश जोशी के पिता लोकेश कुमार बिजली विभाग में कार्यरत हैं. देवेश ने सीकर में रहकर नीट यूजी की तैयारी की. उन्होंने 12वीं के बाद पहली बार नीट यूजी 2023 की परीक्षा दी, लेकिन इस बार उन्हें केवल 412 नंबर मिले. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से तैयारी में जुट गए.

2024 में बने ऑल इंडिया टॉपरनीट यूजी 2024 की परीक्षा में देवेश जोशी ने कमाल कर दिया. उन्होंने 720 में से 720 अंक हासिल कर ऑल इंडिया टॉपर का खिताब अपने नाम किया. उनकी मार्कशीट भी वायरल हो गई, जिसमें बताया गया कि नीट परीक्षा में उन्होंने फिजिक्स में 99.9679852 परसेंटाइल, केमिस्ट्री में 99.8618693 परसेंटाइल, बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी)में 99.9089272 परसेंटाइल पाए. महज 19 साल की उम्र में देवेश ने पूरे देश में नाम कमा लिया.

कितने घंटे करते थे पढ़ाईदेवेश जोशी ने इंटरव्यू में बताया था कि वह रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे. उनका सपना बचपन से ही डॉक्टर बनने का था. ऐसे में वह अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत करते रहे. पहली बार मिली असफलता से वह निराश नहीं हुए, बल्कि और मेहनत से तैयारी की. दूसरी बार उन्होंने सफलता हासिल कर ली.

हेलिकॉप्टर से पहुंचे सीकरनीट 2024 परीक्षा में टॉपर बनने के बाद सीकर में एक प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में देवेश जोशी को परिवार समेत जयपुर से सीकर हेलिकॉप्टर से लाया गया. यहां पर उन्हें 31 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया. देवेश की इस सफलता ने उनके परिवार और गांव का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है.देवेश की सफलता उन तमाम नीट उम्‍मीदवारों के लिए एक मिसाल है जो डॉक्‍टर बनने का सपना देखते हैं.


First Published :

March 17, 2025, 15:14 IST

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कर्मचारी का बेटा बना टॉपर, हेलिकॉप्टर से पहुंचा पुरस्कार लेने, मिले 31 लाख

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