NEET Success Story: पिता प्रिंसिपल, मां ITI में सुपरीटेंडेंट, बेटी ने टॉप की JEE, NEET दोनों परीक्षा

Last Updated:March 13, 2025, 08:17 IST
NEET Topper Story: तमाम स्टूडेंट एक परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं लेकिन राजस्थान की एक लड़की ने वो कर दिखाया, जिसे जानकर लोग हैरान रह गए. इस लड़की ने जेईई और नीट दोनों ही परीक्षाएं पास कीं.
NEET 2025, NEET Topper: नीट टॉपर प्राचीता की कहानी.
हाइलाइट्स
प्राचीता ने JEE और NEET दोनों परीक्षाओं में टॉप किया.17 साल की उम्र में NEET UG और JEE Main पास किया.प्राचीता ने एम्स दिल्ली में MBBS में एडमिशन लिया.
NEET Story: इंजीनियर बनने वाले जेईई पास करना चाहते हैं, तो वहीं डॉक्टर बनने वाले नीट की परीक्षा में पास होना चाहते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने जेईई नीट दोनों परीक्षाएं न केवल पास की बल्कि दोनों की ऑल इंडिया टॉपर भी रहीं. इस लड़की ने पिछले साल नीट में नंबर वन रैंक हासिल की. आइए आपको बताते हैं आखिर ये लड़की है कौन?
तो आपको बता दें कि इस लड़की का नाम प्राचीता है और वह राजस्थान की रहने वाली हैं. प्राचीता ने महज 17 साल की उम्र में NEET UG और JEE Main दोनों कठिन परीक्षाएं पास करके सबको चौंका दिया.पिछले साल हुई NEET UG 2024 परीक्षा में प्राचीता ने 99.9971285 पर्सेंटाइल स्कोर हासिल किया. वह उन 14 लड़कियों में शामिल रहीं, जिन्होंने AIR 1 रैंक हासिल किया.इसी तरह उन्होंने जेईई मेंस परीक्षा में 99.34 पर्सेंटाइल हासिल किया था. हालांकि प्राचीता ने डॉक्टर बनने का लक्ष्य तय किया था, लिहाजा नीट के बाद उन्होंने एम्स दिल्ली में एमबीबीएस में एडमिशन लिया है.
कैसे पास की दोनों परीक्षाएं प्रचीता ने दोनों परीक्षाएं कैसे पास कीं इसके जवाब में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने इसके लिए इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में दाखिला लिया, ताकि JEE मेन और NEET UG दोनों को क्रैक कर सके. प्राचीता ने CBSE बोर्ड 12वीं की परीक्षा में 97% अंक हासिल किए. इसके अलावा JEE मेन में 99.34 पर्सेंटाइल स्कोर भी हासिल किया और JEE एडवांस्ड की परीक्षा दी. उन्होंने NTA के जारी प्रोविजनल आंसर की के अनुसार 186 अंक प्राप्त किए. प्राचीता ने बताया था कि उन्होंने फिजिक्स में सुधार के लिए मैथ्स लिया था, जिसका उन्हें फायदा भी मिला.
6-7 घंटे करती थी पढ़ाईनीट परीक्षा टॉप करने के बाद प्राचीता ने अपनी सफलता के बारे में बताया था कि उन्होंने NCERT की पाठ्यपुस्तकों पर भरोसा किया और मॉक टेस्ट का अभ्यास करने में घंटों बिताए. पहले उन्होंने तीन सप्ताह में एक मॉक टेस्ट शुरू किया. उसके बाद रोजाना एक मॉक टेस्ट देने लगीं. वह रोजाना 6-7 घंटे की पढ़ाई करती थी और अपने पांच साल छोटे भाई पार्थ के साथ झूला झूलने और बैडमिंटन, शतरंज या कैरम खेलने के लिए भी समय निकालती थी.
First Published :
March 13, 2025, 08:17 IST
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पिता प्रिंसिपल, मां ITI में सुपरीटेंडेंट, बेटी ने टॉप की JEE, NEET परीक्षा