ना टंकी, ना प्लांट, पेड़ से टंगा मटका दे रहा जीवनदान,गांव का देसी जुगाड़ शहरों को दे रहा सबक

Last Updated:April 25, 2025, 12:15 IST
राजस्थान के जोधपुर में पेड़ों पर मटके लटकाकर राहगीरों के लिए पानी की व्यवस्था की गई है. ‘हैंगिंग प्याऊ’ नामक यह देसी जुगाड़ भीषण गर्मी में राहत पहुंचाने के साथ-साथ इंसानियत और सेवा की मिसाल बन रहा है.X
जोधपुर के पीपाड़ रोड पर ‘हैंगिंग प्याऊ’ की अनूठी पहल ग्रामीणों ने की शुरू
जोधपुर– राजस्थान की गर्म रेत और लू के थपेड़ों के बीच एक दिल को छू लेने वाला दृश्य सामने आया है, जो न केवल प्यास बुझाता है, बल्कि इंसानियत की गहराई भी दिखाता है. यह नजारा है जोधपुर से देवतड़ा, पीपाड़ रोड का, जहां एक अनूठा देसी जुगाड़ सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
‘हैंगिंग प्याऊ’ से राहगीरों को राहतस्थानीय ग्रामीणों द्वारा पेड़ों पर मटके बांधकर एक नई पहल की गई है, जिसे ‘हैंगिंग प्याऊ’ नाम दिया गया है. इन मटकों में ठंडा पानी भरा जाता है ताकि साइकिल सवार, मोटरसाइकिल चालक या पैदल चलने वाला कोई भी व्यक्ति आसानी से अपनी प्यास बुझा सके. यह नजारा जितना सरल है, उतना ही गहरा संदेश भी देता है.
झुलसा देने वाली गर्मी में बनी जीवनदायिनी व्यवस्थाजब राजस्थान का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तब यह प्याऊ जीवनदायिनी साबित होती है. यह व्यवस्था केवल पानी पिलाने का जरिया नहीं, बल्कि समाज के प्रति सेवा और करुणा का उदाहरण भी बन चुकी है. इस कार्य को स्थानीय युवाओं और ग्रामीणों ने अपने प्रयास से साकार किया है. उनका मानना है कि यदि शहरों में प्याऊ लग सकते हैं, तो ग्रामीण इलाकों में क्यों नहीं?
सोशल मीडिया पर वायरल हुई मानवता की यह मिसालयह प्रेरणादायक पहल अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है. लोग इस सड़क से होकर यात्रा करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इस “हैंगिंग प्याऊ” से भीषण गर्मी में राहत पा सकें. यह दृश्य अब एक उदाहरण बन चुका है कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास बड़ी राहत बन सकते हैं.
“जीवनदान से कम नहीं”कई राहगीरों ने बताया कि जब उन्होंने पेड़ से लटकते मटके को देखा, तो पहले उन्हें आश्चर्य हुआ और फिर उन्होंने राहत महसूस की. एक राहगीर ने बताया कि वह कई किलोमीटर चलकर थक चुका था और उसके पास पानी नहीं था। तभी यह मटका उसके लिए जीवनदायिनी साबित हुआ.
सेवा, करुणा और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की प्रेरणायह देसी जुगाड़ केवल गर्मी में राहत नहीं देता, बल्कि यह हमें सेवा, करुणा और पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है. यह पहल यह साबित करती है कि यदि भावना सच्ची हो तो छोटे प्रयास भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 25, 2025, 12:15 IST
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