चाचा के अंतिम संस्कार में भतीजे की हुई मौत, कुछ घंटों के अंतराल से दोनों को आया हार्ट अटैक, रो पड़ा पूरा गांव

Last Updated:November 26, 2025, 15:13 IST
Dausa News : दौसा में एक ही परिवार के दो लोगों की महज कुछ घंटों के अंतराल से हार्ट अटैक से मौत हो गई. इससे पूरा गांव रो पड़ा और वहां सन्नाटा पसर गया. पहले चाचा को हार्ट अटैक आया. बाद में चाचा के अंतिम संस्कार के दौरान ही उसके भतीजे को दिल का दौरा पड़ गया. उसने भी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया.
चाचा भतीजे की उम्र में 18 साल का फासला था.
दौसा. दौसा जिले के लालसोट उपखंड के सुल्तानपुरा गांव में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. इस घटना पूरे गांव को शोक में डूबो दिया. यहां महज कुछ घंटों के अंतराल में हार्ट अटैक के कारण एक ही परिवार के दो लोगों (चाचा और भतीजे) की मौत हो गई. एक ही परिवार में लगातार एक ही तरह से दो लोगों की मौत हो जाने से लोग हैरान रह गए. पहले 50 साल के चाचा को हार्ट अटैक आया फिर 32 साल के जवान भतीजे को. भतीजे को अटैक चाचा के अंतिम संस्कार के दौरान आया. लिहाजा कुछ देर बाद ही परिजनों को एक और सदस्य का अंतिम संस्कार करना पड़ा.
मृतकों के परिजनों के अनुसार रामफूल मीणा (50) को सोमवार देर रात अचानक सीने में तेज दर्द हुआ. इस पर परिजन उनको तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे. लेकिन इससे पहले ही वे अचेत होकर गिर पड़े. बाद में परिजन उनको अस्पताल ले गए. लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही रामफूल की मौत हो गई. रामफूल के परिजन शंकरलाल मीणा ने बताया कि अस्पताल पहुंचाने से पहले ही उनकी साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई.
चाचा के अंतिम संस्कार के दौरान गश खाकर गिर पड़ा भतीजाउसके बाद मंगलवार सुबह गमगीन माहौल में गांव के मोक्ष धाम में रामफूल मीणा का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. परिवार और गांव के लोग गम में डूबे हुए वहीं बैठे हुए थे. इसी दौरान रामफूल के भतीजे रमेश मीणा (32) को अचानक चक्कर आया और वह जमीन पर गिर पड़ा. परिजनों और ग्रामीणों उसे तुरंत संभाला और कल्लावास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. लेकिन वहां डॉक्टर्स ने जांच के बाद रमेश को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर्स के अनुसार रमेश को हार्ट अटैक आया था और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी सांसें थम चुकी थी.
पूरे गांव में सन्नाटा पसरा पड़ा हैमहज कुछ ही घंटों के अंतराल से एक ही परिवार में हुई दो मौतों से गांव वाले भी रो पड़े. परिजनों का कहना है कि रमेश परिवार में कमाने वाला अकेला सदस्य था. उनके पीछे दो छोटी-छोटी बेटियां हैं. रमेश की अचानक हुई मौत से दोनों बच्चियों के सामने पालन-पोषण का संकट खड़ा हो गया है. एक ही परिवार में दो मौतें होने से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा पड़ा है. ग्रामीण पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव ने एक नहीं दो बेटों को खो दिया. इस दर्द की भरपाई संभव नहीं है. परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग भी की है ताकि रमेश की बेटियों का भविष्य सुरक्षित रह सके.
Sandeep Rathore
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें
Location :
Dausa,Dausa,Rajasthan
First Published :
November 26, 2025, 15:10 IST
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चाचा के अंतिम संस्कार में भतीजे की हुई मौत, दोनों को आया हार्ट अटैक



