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नोएडा डब्ल्यूटीसी के 13 लाइसेंस रद्द, ईडी कर रही जांच

Last Updated:March 04, 2025, 18:17 IST

WTC Building Noida License Cancel : नोएडा की सबसे फेमस बिल्डिंग में शुमार डब्‍ल्‍यूटीसी के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है. डब्‍ल्‍यूटीसी समूह ने लाइसेंस लेने में की गई हेराफेरी को देखते हुए यह लाइसेंस रद्द किया…और पढ़ेंनोएडा की सबसे फेमस बिल्डिंग डब्ल्यूटीसी का लाइसेंस रद, क्‍या नाम भी बदल जाएगा

नोएडा स्थित डब्‍ल्‍यूटीसी बिल्डिंग का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है.

हाइलाइट्स

डब्ल्यूटीसी नोएडा के 13 लाइसेंस रद्द किए गए.ईडी ने डब्ल्यूटीसी ग्रुप की जांच शुरू की.लाइसेंस रद्दीकरण 19 फरवरी, 2025 से प्रभावी.

नई दिल्‍ली. नोएडा की सबसे फेमस बिल्डिंग में शुमार डब्‍ल्‍यूटीसी के करीब 13 लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं. दुनियाभर में स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) का नियमन करने वाले संगठन डब्ल्यूटीसीए ने डब्ल्यूटीसी नोएडा डेवलपमेंट और स्पायर टेकपार्क को मिले 13 लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. यह कदम डब्ल्यूटीसी ग्रुप और उसके प्रवर्तकों आशीष भल्ला, सुपर्णा भल्ला एवं अभिजीत भल्ला के साथ ही भूटानी इन्फ्रा एवं अन्य के खिलाफ कथित धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी के आरोपों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही जांच के बीच उठाया गया है.

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर एसोसिएशन (डब्ल्यूटीसीए) ने मंगलवार को बताया कि उसने डब्ल्यूटीसीए के नियमों का पालन करने में विफलता के साथ-साथ संगठन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में असमर्थ रहने की वजह से इन लाइसेंस को रद्द कर दिया है. लाइसेंस समाप्त करने का आदेश 19 फरवरी, 2025 की तारीख से प्रभावी हो चुका है.

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इन शहरों में भी बनी है बिल्डिंगयह आदेश सिर्फ नोएडा ही नहीं देश के अन्‍य शहरों में बनी बिल्डिंग पर भी लागू होगा. इसमें डब्ल्यूटीसी अहमदाबाद, डब्ल्यूटीसी अमृतसर, डब्ल्यूटीसी भोपाल, डब्ल्यूटीसी चंडीगढ़, डब्ल्यूटीसी फरीदाबाद, डब्ल्यूटीसी गिफ्ट सिटी, डब्ल्यूटीसी लखनऊ, डब्ल्यूटीसी नोएडा, डब्ल्यूटीसी नोएडा सीबीडी, डब्ल्यूटीसी पटना, डब्ल्यूटीसी सूरत, डब्ल्यूटीसी वडोदरा और डब्ल्यूटीसी वाराणसी के लिए दिए गए लाइसेंस पर भी लागू होगा.

डब्ल्यूटीसीए ने लगाए गंभीर आरोपडब्ल्यूटीसीए के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में हमारे एक बड़े सदस्य डब्ल्यूटीसी नोएडा और स्पायर टेकपार्क लिमिटेड के कारोबार में कुछ अहम मुद्दों का सामना करना पड़ा है. ये मुद्दे इतने गंभीर, इतने अहम और सार्वजनिक रहे हैं कि डब्ल्यूटीसीए और इसके ब्रांड की प्रतिष्ठा प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुई है. हमारे प्रत्येक सदस्य ने डब्ल्यूटीसीए से इस मामले की जांच करने की मांग की.

लाइसेंस लेने में किया था खेलडब्ल्यूटीसी ग्रुप की आंतरिक जांच के बाद डब्ल्यूटीसीए इस नतीजे पर पहुंचा कि सहयोगियों ने लाइसेंस लेने के संबंधित कुछ अहम अंशों का उल्लंघन किया है. ऐसे में डब्ल्यूटीसीए ने 19 फरवरी, 2025 से लाइसेंस को खत्म करने की कार्रवाई की. डब्ल्यूटीसीए एक गैर-लाभकारी, गैर-राजनीतिक संगठन है जो दुनियाभर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थापित करने में मदद करता है. हम डब्ल्यूटीसी ब्रांड के मालिक हैं और इसके लाइसेंस एवं अधिकार देते हैं, लेकिन परियोजनाओं के विकास या वित्तपोषण से नहीं जुड़े हैं.

ईडी भी कर रहा जांचप्रवक्‍ता के अनुसार, डब्ल्यूटीसीए भागीदार, शेयरधारक, प्रबंधक किसी भी रूप में डब्ल्यूटीसी नोएडा या किसी अन्य लाइसेंसधारी की रियल एस्टेट विकास परियोजनाओं का हिस्सा नहीं हैं. डब्ल्यूटीसीए के तत्वावधान में लगभग 100 देशों एवं क्षेत्रों में 300 से अधिक कारोबार एवं संगठन कार्यरत हैं. ‘वर्ल्ड ट्रेड सेंटर’ और ‘डब्ल्यूटीसी’ ब्रांड के स्वामी के रूप में डब्ल्यूटीसीए इन ब्रांड को अपने स्वतंत्र रूप से स्वामित्व वाली, प्रतिष्ठित वस्तु, सुविधा और व्यापार सेवाओं के संयोजन के साथ उपयोग करने के लिए समूह को विशेष अधिकार देता है. ईडी ने एक दिन पहले ही कहा था कि उसने रियल्टी कंपनी डब्ल्यूटीसी ग्रुप और भूटानी ग्रुप के खिलाफ तलाशी अभियान चलाने के बाद हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति की पहचान की है. डब्ल्यूटीसी ग्रुप एवं उसके प्रवर्तक आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप एवं उनके प्रवर्तक आशीष भूटानी के खिलाफ दिल्ली, नोएडा और गुड़गांव में कई स्थानों पर छापे मारे गए.


Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

March 04, 2025, 18:17 IST

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नोएडा की सबसे फेमस बिल्डिंग डब्ल्यूटीसी का लाइसेंस रद, क्‍या नाम भी बदल जाएगा

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