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कोटा का सिर्फ कोचिंग ही नहीं, यहां के ‘कड़के’ भी हैं मशहूर, अटल बिहारी वाजपेयी भी थे इनके दीवाने!

Last Updated:March 22, 2025, 17:37 IST

राजस्थान का कोटा शहर सिर्फ कोचिंग के लिए ही नहीं, बल्कि अपने खास स्वाद के लिए भी मशहूर है. यहां के रामपुरा कोतवाली की गलियों में बनने वाले मोटे सेव, जिन्हें “कोटा कड़के” कहा जाता है, शुद्ध अलसी के तेल में तले ज…और पढ़ेंX
कोटा
कोटा के करारे कड़के जो जो तैयार होते है अलसी के तेल में, दूर दूर से आते हैं लोग

हाइलाइट्स

कोटा कड़के शुद्ध अलसी के तेल में तले जाते हैं.त्योहारों में कोटा कड़के की बिक्री बढ़ जाती है.अटल बिहारी वाजपेयी भी कोटा कड़के के फैन थे.

अमित परीक/कोटा. कोटा सिर्फ कोचिंग हब ही नहीं, बल्कि यहां के मशहूर “कोटा कड़के” के लिए भी जाना जाता है. रामपुरा कोतवाली की गलियों में बनने वाले ये मोटे सेव शुद्ध अलसी के तेल में तले जाते हैं, जिससे न सिर्फ इनका स्वाद लाजवाब होता है, बल्कि ये पाचन के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं. इन खास कड़कों को खरीदने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, और यही वजह है कि कोटा की गलियों में इनका स्वाद बरसों से कायम है.

रामपुरा इलाके में कई दुकानों पर कोटा कड़के बनाए जाते हैं, और शहर में हर दिन करीब 3000 किलो कड़के की खपत होती है. अकेले रामपुरा में ही रोजाना 1000 किलो कड़के बिकते हैं. खास बात यह है कि त्योहारों के सीजन में इनकी बिक्री और ज्यादा बढ़ जाती है, जब लोग बड़ी मात्रा में इन्हें खरीदकर अपने घर ले जाते हैं.

ऐसे तैयार किए जाते हैं मसाले

कोटा कड़के बनाने के लिए मोटे बेसन में लौंग, लाल मिर्च, अजवाइन, हल्दी, नमक, आधा चम्मच हींग और कुटी हुई लाल मिर्च मिलाई जाती है. फिर इसमें थोड़ा तेल डालकर पानी के साथ गाढ़ा पेस्ट तैयार किया जाता है. इस पेस्ट को मीडियम साइज के छेद वाले झार से अलसी के तेल में डीप फ्राई किया जाता है, जिससे कड़के कुरकुरे और स्वादिष्ट बनते हैं.

विदेशों तक डिमांड कड़के व्यापारी शशांक बागड़ी के अनुसार, उनका यह पारिवारिक व्यापार तीन पीढ़ियों से चला आ रहा है. 1961 में उनके दादा ने इसकी शुरुआत की थी, जो अब न केवल देशभर में बल्कि विदेशों तक भी पहुंच चुका है. खासकर विदेशों में रहने वाले राजस्थानी लोग कोटा के कड़के की विशेष मांग करते हैं और इसे मंगवाते हैं.

अटल बिहारी भी थे कड़के के फैन
जब भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत कोटा आते थे, तो यहां के पूर्व सांसद दाऊदयाल जोशी उनके लिए कड़के खरीदकर ले जाते थे.

First Published :

March 22, 2025, 17:37 IST

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राजस्थान के कड़के के अटल बिहारी भी थे फैन, सेहत के लिए फायदेमंद, जानें रेसिपी

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