हिंदू ही नहीं, दुनिया के इन 2 धर्मों के लिए भी बेहद खास है वैशाख धर्म, कम लोगों को पता होगी ये बात

Last Updated:April 26, 2025, 10:24 IST
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि वैशाख के माह में जंगलों में घास आदि कमी हो जाती है. धूप का प्रभाव भी काफी बढ़ जाता है. ऐसे में पशु-पक्षी के भूख-प्यास से ज्यादा प्रभावित होते हैं. इसलिए मनुष्य पशु-पक…और पढ़ेंX
title=इस माह में किया गया पुण्य कभी नष्ट नहीं होता
/>
इस माह में किया गया पुण्य कभी नष्ट नहीं होता
वैशाख का महीना हिंदू धर्म में बहुत विशेष महीना है. दान पुण्य वाला महीना भी कहा जाता है. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि हिन्दी मास में वैशाख मास को सबसे उत्तम व बड़ा मास माना गया. दान पुण्य के लिहाज से वैशाख मास का बड़ा मास माना गया है. इस मास में हिंदु, जैन व सिखों के गुरुओं की जयंती आदि भी आती है. हिन्दू पंचांग के अनुसार 12 मास होते हैं. इनमें वैशाख मास का अपना महत्व है. क्योंकि वैशाख मास में सूर्य उच्च राशि मेष राशि में विचरण करता है. उस समय धार्मिक कार्यों की दान पुण्य का विशेष लाभ मिलता है. वैशाख मास में तालाब-तलैया आदि में पानी सूख जाता है.
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि वैशाख के माह में जंगलों में घास आदि कमी हो जाती है. धूप का प्रभाव भी काफी बढ़ जाता है. ऐसे में पशु-पक्षी के भूख-प्यास से ज्यादा प्रभावित होते हैं. इसलिए मनुष्य पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी के लिए परिंडे आदि लगाकर पुण्य का कार्य करते हैं. राहगीरों के जल सेवा के तौर पर प्याऊ बैठाना, पशुओं के लिए खैल (प्याऊ) में पानी भरवाना आदि कार्य करने से पुण्य मिलता है.
इस मास कब कौन सी जयंती आएगीइस महीने में आगमी दिनों में 28 अप्रैल को सिखों के दूसरे गुरु अंगद देवजी की जन्म जयंती मनाई जाएगी. इसके बाद 29 अप्रैल को परशुराम जन्मोत्सव आता है. ब्राह्मण जाति के कुल गुरु भगवान परशुराम हैं. इसके बाद 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया है. अक्षय तृतीया के दिन दान-पुण्य किया जाता है और उसका पुण्य कभी नष्ट नहीं होता है. 30 अप्रैल को जैन समुदाय का वर्षीय तप पारणा अक्षय तृतीया को ही जैन समुदाय वर्षीय तप पारणा महोत्सव मनाता है. 2 मई को आदि शंकराचार्य जयंती है.
7 मई को ज्ञान प्राप्ति दिवसइन्होंने ही देश की अखंडता व एकता को स्थापित करने के लिए भारत की चारों दिशाओं में चार मठ स्थापित किए थे. इसके बाद 3 मई को रामानुजाचार्य जयंती. इसके बाद 5 मई को देवी बगलामुखी जयंती है.5 मई को जानकी नवमी है. 7 मई को ज्ञान प्राप्ति दिवस है, जैन धर्म के महावीर स्वामी को वैशाख मास में ही केवल ज्ञान प्राप्ति हुई थी. इसके बाद वे आगे चलकर भगवान महावीर स्वामी बने. इसके बाद 8 मई को मोहिनी एकादशी मनाई जाएगी. 11 मई को नृसिंह जयंती है.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
April 26, 2025, 10:24 IST
homedharm
हिंदू ही नहीं, दुनिया के इन 2 धर्मों के लिए भी बेहद खास है वैशाख धर्म