अब सस्ते हो जाएंगे घर! फ्लैट खरीदारों को मिलेगा GST घटने का फायदा? डेवलपर्स ने बताया flats price will go down after gst rate cut benefit to buyers

Flats price in NCR will go down: त्योहारों से ठीक पहले केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है. निर्माण सामग्री पर जीएसटी घटाने से घर बनाने वालों को फायदा मिलेगा क्योंकि इससे उनकी लागत घटेगी. इससे सीधे तौर पर उन आम लोगों को फायदा होगा जो अपने घर का निर्माण खुद कराते हैं, लेकिन मेट्रो शहरों या एनसीआर में जमीन से जुड़े घरों के बजाय फ्लैट्स या अपार्टमेंट्स लोग खरीदते हैं, जिनके निर्माण का जिम्मा डेवलपर्स या बिल्डरों के पास होता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि निर्माण लागत घटने से क्या फ्लैट खरीदने वाले लोगों को भी लाभ मिलेगा? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं..
बता दें कि जीएसटी काउंसिल ने सीमेंट पर टैक्स 28% से घटाकर 18% और ईंट, टाइल, पत्थर जड़ाई जैसे कार्यों पर टैक्स 12% से घटाकर 5% कर दिया है. यह बदलाव इसी सितंबर से लागू होने जा रहा है. अगर कोई परिवार खुद का घर बना रहा है, तो अब न केवल ईंटें बल्कि सीमेंट की बोरी भी सस्ती मिलेगी. मान लीजिए कोई व्यक्ति 20 लाख रुपये घर के निर्माण पर खर्च कर रहा है तो उसे करीब दो से ढ़ाई फीसदी तक लागत कम होने का फायदा मिलेगा.यानि कि 20 लाख की लागत में करीब 40 से 50 हजार रुपये की बचत होगी.
इस फैसले से आम लोगों के अलावा सबसे बड़ा फायदा रियल एस्टेट डेवलपर्स को होने वाला है जो बड़े-बड़े प्रोजेक्ट तैयार करते हैं और उनकी लागत करोड़ों रुपये में आती है. ऐसे में उन्हें दो या ढ़ाई परसेंट की बचत लाखों रुपये में होगी. लेकिन अगर बिल्डर यह बचत ग्राहकों तक भी पहुंचाते हैं तो फ्लैट और अपार्टमेंट की कीमतें भी घट सकती हैं. यानि कि फ्लैट खरीदने वाले को दोहरा फायदा हो सकता है. कीमत कम और समय पर डिलीवरी की संभावना ज्यादा हो सकती है.
डेवलपर्स घर खरीदारों को देंगे फायदा?
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि सीमेंट, टाइलें, ईंटें और पत्थर जैसी प्रमुख निर्माण सामग्रियों पर जीएसटी दरों में की गई कटौती से न केवल बिल्डर्स की निर्माण लागत में कमी आएगी बल्कि बड़े पैमाने पर रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को गति मिलेगी. खरीदारों को भी घर सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकेंगे और सेक्टर में विश्वास का माहौल बनेगा.
अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल कहते हैं कि निर्माण सामग्री पर जीएसटी दरों में कटौती से पूरे सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी. सीमेंट और टाइल्स जैसी अहम सामग्रियों की लागत कम होने से प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग और डिलेवरी आसान होगी.यह एक ऐसा कदम है जो उद्योग और उपभोक्ता दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है.
लैंडमार्क ग्रुप के फ़ाउंडर और चेयरमैन,संदीप छिल्लर ने कहा कि जीएसटी को सरल बनाने से रियल एस्टेट बाजार को बड़ा फायदा मिलेगा और इसका सीधा असर खरीदारों तक पहुंचेगा. डेवलपर्स को इनपुट टैक्स कम होने से बेहतर मार्जिन मिलेंगे.अब वे कम लागत पर भी वर्ल्ड-क्लास क्वालिटी बनाए रख पाएंगे. त्योहारों के मौसम में जब मांग सबसे ज्यादा रहती है, यह सुधार उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ाने का बेहतरीन अवसर है.
प्रतीक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रतीक तिवारी कहते है कि सीमेंट पर जीएसटी घटाने का फैसला बिल्कुल सही समय पर लिया गया है.भारत में त्योहारों का मतलब होता है नई उम्मीदें और नई शुरुआत और घर खरीदना उसी भावना का हिस्सा है.सरकार ने निर्माण पर सबसे बड़े टैक्स बोझ को कम करके डेवलपर्स को यह मौका दिया है कि वे खरीदारों को बेहतर ऑफर दें, कीमतें स्थिर रखें या फिर लचीले भुगतान प्लान पेश करें.
एलांते ग्रुप के फाउंडर एंड सीईओ आकाश कोहली ने कहा, ‘सीमेंट और निर्माण सामग्री पर जीएसटी दर में कटौती वास्तव में रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए दिवाली का तोहफा है.करीब 10 फीसदी की कटौती से निर्माण लागत में उल्लेखनीय कमी आएगी और उम्मीद है कि हम लगभग 60% बचत घर खरीदारों तक पहुंचा पाएंगे.’
मनासुम होम्स के सह-संस्थापक आनंदाराम वरयूर का कहना है कि निर्माण सामग्री पर जीएसटी में की गई कटौती से डेवलपर्स को बेहतर कैश फ्लो मिलेगा और प्रोजेक्ट समय पर पूरे करने में आसानी होगी. प्रतिस्पर्धी बाजार में इन लाभों का बड़ा हिस्सा घर खरीदारों तक पहुंचने की संभावना है. खासकर वरिष्ठ नागरिकों को इसका अधिक फायदा मिलेगा, क्योंकि वे अक्सर पैसिव इनकम पर निर्भर रहते हैं. उनके लिए खर्चों में छोटी से छोटी बचत भी जीवन की गुणवत्ता में बड़ा अंतर ला सकती है.