अब प्याज ने बंद किया भाव खाना, सीकर मंडी में थोक रेट पहुंचा 13 रुपए किलो, पटरी पर लौटा कारोबार

Last Updated:March 19, 2025, 13:07 IST
Onion Price : सीकर जिला अपने मीठे प्याज के लिए प्रसिद्ध है. किसानों का कहना है कि यहां का प्याज अधिक मीठा होता है. प्याज का कारोबार पटरी पर लौट रहा है और थोक भाव 11-13.5 रु/किलो है.X
प्याज कारोबार से जुड़े हैं पचास हजार से ज्यादा किसान
हाइलाइट्स
सीकर मंडी में प्याज के थोक भाव 11-13.5 रु/किलो पहुंचेप्याज का कारोबार पटरी पर लौटा, किसानों को राहतसीकर जिले में 50,000 से ज्यादा किसान प्याज से जुड़े हैं
सीकर. राजस्थान का सीकर जिला मीठे प्याज के लिए प्रसिद्ध है. यहां के प्याज की डिमांड राजस्थान ही नहीं बल्कि, अन्य राज्यों में भी रहती है. सीकर में प्याज की खेती करने वाले उन्नत किसानों का कहना है कि यहां उगने वाली प्याज में अन्य जगह पर उगने वाले प्याज के मुकाबले अधिक मिठास रहती है. यही, कारण है कि यहां का प्याज खाने के स्वाद को और भी अधिक बेहतर बना देता है. यहां पर बड़ी मात्रा में प्याज का कारोबार होता है. ट्रक ट्रॉलियां भरकर यहां के किसान प्याज को मंडी में लेकर आते हैं. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से प्याज का कारोबार ठप हो गया था. ऐसे में अब मीठे प्याज का कारोबार पटरी पर लौटने लगा है.
प्याज के थोक भाव 11 से साढ़े तेरह रुपए किलो पहुंचेप्रदेश में प्याज उत्पादन में दूसरे पायदान पर आने वाले जिले में प्याज की खरीद फरोख्त बढ़ गई है. अकेले सीकर और रसीदपुरा मंडी में रोजाना औसतन 18 से 25 हजार प्याज के कट्टे आने लगे हैं. यह आम आदमी के लिए राहत की खबर है कि सब्जियों के बाद अब रोजमर्रा की जरूरत प्याज के भावों में कमी आने लगी है. सीकर मंडी में प्याज के थोक भाव 11 से साढ़े तेरह रुपए किलो तक पहुंच गए हैं. व्यापारियों की माने तो गर्मी बढ़ने के साथ प्याज की खपत भी बढ़ने लगी है. जिससे आगामी दिनों में खुदाई जोर पकडेगी और प्याज के भावों में गिरावट आएगी. सीकर मंडी में इन दिनों सीकर, रसीदपुरा, अलवर, नासिक से प्याज आने लगा है.
प्याज कारोबार से जुड़े हैं पचास हजार से ज्यादा किसानसीकर जिले में प्याज की खेती से सीधे तौर पर करीब पचास हजार किसान जुड़े हुए है. जिले में सबसे ज्यादा प्याज की बुवाई धोद ब्लॉक में होती है. किसानों ने बताया कि इस बार मानसून सीजन के दौरान अच्छा मौसम रहने के कारण प्याज के बीज के भाव भी कम रहे. जिससे जिले में प्याज की बुवाई करीब 15 हजार हेक्टेयर में हुई है. शेखावाटी की आबोहवा के अनुसार सर्दी के सीजन का प्याज अगस्त माह में बोया जाता है. इस बार रोपाई के समय मौसम अनुकूल नहीं होने से कई जगह प्याज की पौध नष्ट हो गई थी, जिससे भाव बढ़े.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
March 19, 2025, 13:07 IST
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