NRI Live from Germany : भंवर म्हनै पूजण दयो गणगौर … जर्मनी में दिखी बीकानेर की गणगौर की निराली छटा | Rajasthani Gangaur’s unique beauty seen in Stutguard Germany
Gangaur songs : आयी रे आयी गौरल आयी चेत महीना लागा…
राना हरगोविन्द सिंह ने सीधे जर्मनी से बताया कि इस मौके पर ये गीत गाए जा रहे हैं : थोरे बिन तो सुनो सुनो लागे मोरी माय
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आयी रे आयी गौरल आयी चेत महीना लागा
हुई दिवानी सखियां सारी पूजा में मन लागा
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परंपरागत पोशाक और लोक गीत
Gangaur News in Hindi : स्टुटगार्ट, जर्मनी में गणगौर महोत्सव के आयोजक नोखा मूल के महेंद्र राठी ने बताया कि यहाँ स्टुटगार्ट में गणगौर के उत्सव पर महिलाओं ने खास तौर पर परंपरागत रंगबिरंगी पोशाक पहनी और कई लोक गीत गाये।
आत्मिक सामर्थ्य दर्शाया
NRI News in Hindi: बीकानेर ( Bikaner) के जसवंतसिंह राजपुरोहित ( Jaswantsingh Rajpurohit) ने बताया कि यहाँ के प्रवासी राजस्थानियों ने अपनी परंपरा को समृद्ध रखने के साथ-साथ अपने संगठित समुदाय को एक-दूसरे के साथ जोड़ कर अपना आत्मिक सामर्थ्य दर्शाया। इस खास मौके पर गणगौर से जुड़ी बहुत सी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
16 दिन गवर माता की पूजा
Indian Diaspora News in Hindi : राजस्थान एसोसिएशन जर्मनी ( Rajasthan Assocaiation Germany) के अध्यक्ष राना हरगोविन्द सिंह ने बताया कि बीकानेर के जसवंतसिंह राजपुरोहित पत्नी और 2 बच्चों के साथ राउटलिंगेन में रह रहे हैं। उनकी बेटी मोली पूरे 16 दिन गवर माता की पूजा करती है।
गणगौर की परंपरा कायम रखी
राना ने बताया कि इस उत्सव के माध्यम से गणगौर की परंपरा कायम रखी गई और राजस्थानी समुदाय की एकता और संस्कृति को मजबूती से निभाया गया। ….
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