Rajasthan

बाप रे बाप! पैसों की हो रही बरसात, श्री सांवलिया सेठ मंदिर के भंडार की गिनती जारी, बन सकता है रिकॉर्ड

उदयपुर:- राजस्थान के प्रसिद्ध श्री सांवलिया सेठ मंदिर की भंडारे की गिनती अब करीब 21 करोड़ 96 लाख 75000 तक पहुंच गई है और यह गिनती अभी भी जारी है. बुधवार को चौथे राउंड में करीब 2 करोड़ 73 लाख 90000 रुपए की राशि की गिनती की गई. दान पत्र से निकले हुए रुपए के अलावा भेंट कक्ष में जमा ऑनलाइन रुपय मनी आर्डर का हिसाब अभी बाकी है. साथ ही सोने और चांदी का तोल भी अभी नहीं किया गया है. अभी की काउंटिंग में 3 दिसंबर को 4 करोड़ 27 लाख 80 लाख रुपए की गणना हुई थी, जबकि बुधवार को चौथे राउंड में 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपए की गिनती कर दी गई. इस तरह से अभी तक करीब 21 करोड़ 96 लाख और 75000 तक यह नोटों की गिनती पहुंच गई है, लेकिन अभी भी भंडारे की राशि की गिनती बाकी है.

बनने वाला है सबसे बड़ा रिकॉर्डसांवलिया सेठ के मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार, 21 करोड़ रुपए अभी तक की सबसे ज्यादा राशि है. वहीं अभी भी इसकी काउंटिंग बाकी है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार दान पत्र से निकले खजाने का एक नया रिकॉर्ड बनने वाला है. करीब 2 महीने के बाद श्री सांवलिया सेठ मंदिर के दान पत्र खोले गए, तो इस तरीके से नोटों की लगातार बरसात हो रही है कि चार राउंड में गिनती करने के बावजूद भी अभी भी दान पत्र की राशि की गिनती नहीं हो पाई है.

ये भी पढ़ें:- अचानक 100 पुलिस वाले खोजी डॉग्स के साथ मोहल्ले की करने लगे जांच, एक-एक घर को तलाशने लगे, जानें क्या है माजरा

राजस्थान के सबसे अमीर मंदिरों में है श्री सांवलिया सेठमेवाड़ का श्री सांवलिया सेठ मंदिर देश के सबसे पैसे वाले मंदिरों में शुमार है. यहां पर रोजाना हजारों लोग माता टेकने आते हैं. वहीं कई लोग श्री सांवलिया सेठ को व्यापार में अपना पार्टनर भी बना चुके हैं. इसी वजह से कई लोग अपने व्यापार के मुनाफे का कुछ हिस्सा श्री सांवलिया सेठ के भंडारे में डालते हैं. लगातार श्री सांवलिया सेठ के लोगों की श्रद्धा बढ़ती जा रही है.

Tags: Local18, Rajasthan news, Udaipur news

FIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 10:22 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj