On Sheetla Saptami dance of more than 50 groups unique traditions of fair

Last Updated:March 21, 2025, 20:17 IST
वीर दुर्गादास की कर्म भूमि कनाना में 400 बरसों पुराने शीतला सप्तमी गैर मेले की धमक आज भी बरसों जैसी ही है. आसपास के 70 से अधिक गांवो के लोगों को साल भर तलक शीतला सप्तमी के इस मेले का इंतजार रहता है.X
गैर नृत्य करते हुए
हाइलाइट्स
कनाना में 400 साल पुराना शीतला सप्तमी मेला आयोजित हुआ.मेले में 50 से ज्यादा गैर दलों ने नृत्य प्रस्तुत किया.मेले में आपसी भाईचारा और अपनत्व का माहौल रहा.
बाड़मेर:- एक ही जमीन पर 50 से ज्यादा गैर दल, एक ढोल, एक थाली और उस पर झूमते हजारों ग्रामीण. सुर और ताल तो एक जैसी थी, लेकिन परिवेश और परिधान हर किसी के अलग-अलग थे. कही सिर पर पचरंगी साफा था, तो कही कलंगी, कही सुर्ख लाल परिधान था, तो कोई तिरंगे दुप्पटे को पहने अपनी मस्ती में सराबोर नजर आया. यह नज़ारे थे पश्चिमी राजस्थान के बालोतरा के कनाना गांव में.
वीर दुर्गादास की कर्म भूमि कनाना में 400 बरसों पुराने शीतला सप्तमी गैर मेले की धमक आज भी बरसों जैसी ही है. आसपास के 70 से अधिक गांवो के लोगों को साल भर तलक शीतला सप्तमी के इस मेले का इंतजार रहता है. लोगों का भारी जमावड़ा ही मेले को आज भी जीवंत किए हुए है. मेले में माता शीतला को प्रसादी को चढ़ाने के बाद अलसुबह मेले की शुरुआत होकर रात के अंधेरे तक लोगों की आवाजाही चलती रहती है.
महीनों की मेहनत मेले में दिखीकरीब 40 मीटर की आंगी-बांगी पर लाल कलंगी लगाकर, पैरों में घुंघरू बांधकर डांडियों की टंकार के बीच गैर नृत्य की प्रस्तुति मेला मैदान में कई जगह पर गेरिए नृत्य करते नजर आए. मेले में कनाना के साथ ही कीटनोद, पारलू, कल्याणपुर, कुंपावास, आसोतरा, मेली, खाखरलाई और अन्य क्षेत्रों से गैर दल पहुंचे. जिला प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जन प्रतिनिधियों की महीनों की मेहनत मेले में साफ नजर आई है. मेले में पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, विधायक हमीर सिंह भायल, डॉक्टर अरुण चौधरी, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी सहित कई अतिथियों ने शिरकत कर मेले का जमकर लुप्त उठाया है.
आपसी भाईचारा और अपनत्वकनाना सरपंच चेनकरण करणौत के मुताबिक, सालभर कनाना के शीतला सप्तमी के मेले का इंतजार रहता है. उन्होंने कहा कि मेला हमारी संस्कृति की पहचान है. मेला आयोजित होने से आपसी भाईचारा और अपनत्व बना रहता है. क्षेत्र के गैर नृत्य ने अपनी अलग ही पहचान बनाई है. मेले में यहां की लोक कलाओं की झलक देखने को मिलती है.
Location :
Barmer,Rajasthan
First Published :
March 21, 2025, 20:17 IST
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शीतला सप्तमी पर इस मेले छाई रंगीन मस्ती और भाईचारे की भावना, देखें Video