Chaitra Navratri 2023: bagnath mandir story to bring Sarayu to earth | Chaitra Navratri 2023: गंगा जैसी है सरयू को धरती पर लाने की कथा, माता पार्वती ने गाय बनकर की लीला
भोपालPublished: Mar 23, 2023 06:08:10 pm
गंगा को धरती पर लाने की कथा तो सब जानते हैं, लेकिन कम ही लोगों को सरयू को धरती पर लाने की कहानी मालूम होगी। चैत्र नवरात्रि 2023 (Chaitra Navratri 2023) पर हम आपको बता रहे हैं वह कहानी जिसमें जगदंबा पार्वती को सरयू को धरती पर लाने के लिए गाय और भगवान शिव को व्याघ्र बनकर लीला करनी पड़ी। इसका एक छोर जुड़ा हुआ है उत्तराखंड के बागेश्वर धाम (bagnath mandir bageshwar) से…जहां स्थापित है बागनाथ मंदिर उत्तराखंड (bagnath mandir uttarakhand)..पढ़िए पूरी कहानी।
bageshwar dham uttarakhand
सरयू और गोमती नदी के संगम पर स्थित बागेश्वर जनपद 2246 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उत्तराखंड का तीसरा सबसे छोटा जनपद है। मानस खंड में सरयू को गंगा और गोमती को यमुना नदी का दर्जा दिया गया है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जिस प्रकार गंगा नदी को भगीरथ धरती पर लाए थे। उसी प्रकार सरयू नदी को भी धरती पर लाया गया था। भगवान विष्णु की मानस पुत्री सरयू नदी को धरती पर लाने का श्रेय ब्रह्मर्षि वशिष्ठ को जाता है ।