‘दफना आए बेटे को, एक बार तो दिखा देते…’ 2 साल में तीन मौतें, पत्नी की बात सुन जब टूट गया था सिंगर

Last Updated:March 04, 2025, 10:40 IST
हर किसी के जिंदगी में सुख और दुख आते रहते हैं. लेकिन, कुछ सिंगर्स को दुखों ने ऐसे जख्म दिए, जिन्हें भूल पाना मुश्किल हो गया. बॉलीवुड के नाम सिंगर के साथ भी कुछ ऐसा हुआ. दो साल में तीन मौतों को दुख ऐसा, जिसको जी…और पढ़ें
ये सिंगर बॉलीवुड के नामी सिंगर में से एक हैं.
नई दिल्ली. ‘जिंदगी देने वाले सुन, तेरी दुनिया से दिल भर गया, मैं यहां जीते जी मर गया. रात कटती नहीं दिन गुजरता नहीं, जख्म ऐसा दिया है के भरता नहीं आंख वीरान है, दिल परेशान है, गम का सामान है, जैसे जादू कोई कर गया जिंदगी देने वाले सुन…’ ये गीत सालों पुराना है, लेकिन जब दुख और दर्द खत्म होने का नाम नहीं लेते तो लगता है, जैसे ये हमारे लिए ही लिखा है. ये गाना उस सिंगर की जिंदगी पर सटीक बैठता है, जिन्होंने सिर्फ 39 सालों में वो सारे दुख देखें, जो जीते-जी नरक के समान है.
प्रतीक बच्चन के नाम से आप इन्हें शायद ही जानते होंगे. घर-घर में ये बी प्राक के नाम से मशहूर हैं. ‘तेरी मिट्टी’, ‘सारी दुनिया जला देंगे’ जैसे गानों को आवाज देनें वाले सिंगर पंजाब ही नहीं बॉलीवुड में भी काफी फेमस हैं. बी प्राक ज्यादातर राइटर जानी के लिए ही गाना गाते आए हैं और दोनों की जोड़ी अटूट है. बी प्राक काफी धार्मिक हैं. अक्सर वो प्रेमानंद महाराज, बागेश्वर धाम बाबा धर्मेंद्र शास्त्री के साथ भी नजर आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, एक दर्द उनके मन में ऐसा है, जो उन्हें कचौटता रहता है. ये ऐसा दर्द है, जिसको भूल पाना उनके लिए मुश्किल है.
जब एक के बाद एक, चले बसे अपनेबी प्राक अपनी पर्सनल लाइफ को भी सुर्खियों से दूर रखते हैं, लेकिन कुछ महीनों पहले सिंगर ने अपने जीवन के उस दौर का खुलासा किया था, जो उनके लिए सबसे ज्यादा दुख भरा था. ये वो समय था, जब उन्होंने अपने पिता, चाचा और फिर अपने बेटे को खो दिया था.
बी प्राक अपनी पत्नी के साथ.
बी प्राक की जिंदगी का सबसे मुश्किल दौरजिंदगी में सब ठीक चले, तो फिर वो जिंदगी कैसे, लेकिन जब दुख खत्म नहीं होते तो लगने लगता है कि ईश्वर कितनी परीक्षा ले रहा है. कुछ ऐसा ही सिंगर बी प्राक के साथ भी हुआ. 2021 और 2022 के बीच उन्हें अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दौर से गुजरना पड़ा. इन दो सालों में उन्होंने अपने घर के तीन सदस्यों को खो दिया, जिससे वह बुरी तरह टूट गए थे. ये दो साल उनके लिए किसी पहाड़ की तरह थे. बी प्राक ने शुभाकंर मिश्रा के पॉडकास्ट में बात करते हुए अपनी पर्सनल लाइफ पर भी बात की थी. इसी दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उनका झुकाव आध्यात्म की ओर बढ़ता गया.
2 साल में 3 मौतेंबी प्राक ने इस बातचीत में 39 साल के जीवन के सबसे बड़े दर्द को भी बयां किया. उन्होंने बताया कि 2021 में उन्होंने सबसे पहले अपने चाचा को खो दिया. चाचा की मौत से वह जैसे-तैसे उबरे ही थे कि उनके पिता भी दुनिया छोड़ के चले गए. इस दोनों का एक साल में ही चले जाना, किसी पहाड़ के टूटने जैसा था. दोनों के गम को अभी बी प्राक भूले भी नहीं थे कि 2022 में उनकी जिंदगी के सबसे बड़े गम ने उनकी जिंदगी में दस्तक दे दी. उन्होंने इस साल अपने छोटे बेटे को खो दिया. बी प्राक ने छोटे बेटे को उसके जन्म के तीन दिन बाद ही खो दिया था.