Health

सौ मर्ज…दवा एक…इस पौधे का एक-एक पत्ता अमृत समान, खा लिया तो कभी नहीं होने देगा बीमार, कई बिमारियों का काल Just one leaf of this plant will never let you fall ill, know that it is a panacea for many diseases

गुमला. आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में रहन-सहन, खान-पान के कारण विभिन्न तरह की बिमारियां जन्म ले रही हैं. लोग कम उम्र में ही कई तरह की बिमारियों की चपेट में आ जा रहे हैं. इनसे बचाव के लिए गिलोय का बस एक पत्ता ही काफी है. जिस कारण गिलोय को सौ मर्ज की एक दवा कहा जाता है.

प्राचीन मान्यताओं के अनुसार,  जब देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन चल रहा था ,उस दौरान जब अमृत निकला था और अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं थी, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई. इस कारण इसे अमृता भी कहा जाता है. यह वास्तव में किसी अमृत से कम नहीं है.

आयुर्वेद के क्षेत्र में गिलोय एक अति महत्वपूर्ण औषधिआयुर्वेद चिकित्सक डॉ पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि आयुर्वेद के क्षेत्र में गिलोय एक अति महत्वपूर्ण औषधि है. भारत में जितनी भी औषधियां हैं, उनमें से यह अतिमहत्वपूर्ण है. गिलोय को विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है. गिलोय को अमृता, छिन्नरोहा भी कहा जाता है. गिलोय को छोटा-छोटा काट कर घर के बाहर कहीं रख दिया जाएं ,तो प्रत्येक टुकड़ा एक प्लांट के रूप में परिवर्तित हो जाता है, इसलिए इसे छिन्नरोहा कहा जाता है. गुमला में ज्यादातर लोग इस गिलोय के नाम से ही जानते हैं. इसकी पत्ती देखने में पान की पत्ती के समान होती है. यह आयुर्वेद का बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि है.

इम्यूनिटी बूस्ट करने में कारगरडॉक्टर ने बताया कि बॉडी की इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए, पित को ठीक करने के लिए भी इसका प्रयोग बहुतायत रूप से किया जाता है. इसके अलावा ज्वाइंट्स पैन में इसका प्रयोग करते हैं. खून को साफ रखने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. बरसात के दिनों में जिन लोगों को फोड़े फुंसियां ज्यादा होते हैं.उनके लिए तो ये अमृत है. इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है और भारत में बहुत सारे औषधियों में इसके सत्व का प्रयोग किया जाता है.

इन बीमारियों का काल है गिलोयगिलोय का प्रयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, बुखार, डायबिटीज के रोगियों के लिए, पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए, स्ट्रेस कम करने, आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए , अस्थमा, गठिया, एनीमिया, कान का मैल, पेट की चर्बी व जवां दिखने के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं.

Tags: Gumla news, Health, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18

FIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 10:35 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj